Vastu Tips: आज ही करें घोड़े की नाल का ये चमत्कारी उपाय, छप्पर फाड़कर मिलेगी सफलता !

घोड़े की नाल

घोड़े की नाल

“घोड़े की नाल” अक्सर हम घरों, दुकानों या दफ्तरों के मुख्य दरवाज़े पर लगा हुए देखते हैं। तो चलिए इस लेख में हम आज जानेंगे आखिर क्या होती है घोड़े की नाल? क्यों सब इसे अपने घरों के मुख्य (प्रवेश) द्वार पर लगाते हैं? घोड़े की नाल लगाने के फायदे? इसे अपने घर या दुकान के मुख्य द्वार पर लगाना कितना उचित है? घोड़े की नाल लगाने की सही प्रक्रिया क्या है? आदि से जुड़े हर सवालों के जवाब।

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कैसे करें असली घोड़े की नाल की पहचान? 

सामान्यतः आप सभी ने देखा होगा घोड़ो के पैरों के निचले हिस्से यानि तलवों में यू “U” आकार के लोहे का एक सोल ठोका जाता है, जिससे घोड़े को चलने या दौड़ने में आसानी हो सके। इस यू “U” आकार के लोहे के सोल को ही “नाल” कहा जाता है। घोड़े के तलवों में इसे लगाने के लिए जगह-जगह लोहे की कील ठोकी जाती है, जिससे इसके सभी ओर लोहे की कील के कई छेद हो जाते है।

आज मार्किट में आपको घोड़े की बिना उपयोग की हुई बहुत सारी नालें उपलब्ध मिल जाएंगी। लेकिन शकुन शास्त्र के अनुसार, केवल वो ही घोड़े की नाल द्वार पर लगाने के लिए सर्वश्रेष्ठ बताई गई है, जो घोड़े के चलने या दौड़ने से एक समय के बाद खुद से घिस-घिस कर निकल गई हो। उसी नाल को अपने घरों के मुख्य दरवाज़ों पर लटकाना उपयुक्त माना गया है।

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घोड़े की नाल से क्या लाभ होता है?

ये देखा गया है कि मनुष्य जब भी अपने घर का निर्माण करता है तो वह ऐसे कई तरीके या उपाय अपनाता है, जिससे वो अपने घर को हर बुरी शक्तियों, दोषों या नकारात्मक ऊर्जा से दूर रख सके। इस कारण ही वास्तु शास्त्र के साथ-साथ ज्योतिष शास्त्र में भी अपने घर में सकारात्मक वातावरण की वृद्धि व पवित्रता के वास के लिए अपने घरों व दफ्तर के मुख्य द्वार पर “घोड़े की नाल” को लगाना या लटकाना मनुष्य के लिए कारगर माना गया है। 

स्वयं वैदिक ज्योतिष में भी काले रंग व लोहे दोनों को ही कर्मफल दाता शनि का कारक या शनि की प्रिय वस्तु माना गया है। इसलिए अगर नाल काले घोड़े की हो, तो इसके प्रभाव से अपने घर के प्रवेश द्वार पर ही आप नकारात्मक ऊर्जाओं को न केवल रोक सकते हैं। बल्कि अपने परिवार व व्यापार का भी शनि के प्रकोप से बचाव करने में समर्थ रहते हैं। 

कैसे लगाएं घोड़े की नाल?

ज्योतिष अनुसार घोड़े की नाल को यदि प्रवेश द्वार के उत्तर-पश्चिम या पश्चिम दिशा में लटकाया जाए तो घर में किसी भी प्रकार से कोई नकारात्मक शक्ति प्रवेश नही करती है। साथ ही ऐसा करके आप अपने घर, दुकान या दफ्तर का भी बुरी नज़र से बचाव कर, सुख-समृद्धि व बरकत पाने में सफल हो सकते हैं। 

मान्यता ये भी है कि घोड़े की नाल को यदि काले कपड़े में लपेटकर घर के अनाज भंडार या तिजोरी में रख दिया जाए तो, उससे अनाज की कभी कमी नही होती व परिवार को अपनी सभी प्रकार की आर्थिक समस्याओं से भी तुरंत निजात मिल जाती है। 

एक मान्यता ये भी है कि यदि काले घोड़े के दाहिने पैर की नाल को घर के मुख्य द्वार पर टांगा जाए तो, घर में सदैव सुख-समृद्धि का वास होता है।

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घोड़े की नाल का मिलना शुभ या अशुभ?

यदि कभी भी रास्ते या सड़क पर चलते घोड़े की नाल किसी को मिल जाए तो ये शुभता का प्रतीक माना गया है। उस नाल को उचित स्थान पर लाकर टांगने से न केवल व्यक्ति का दुर्भाग्य दूर होता है, बल्कि उसे शनि देव की कृपा भी प्राप्त करने में सफलता मिलती है। 

कहा लगाई जाती है घोड़े की नाल?

घोड़े की नाल को घर, दुकान या दफ्तर के मुख्य द्वार पर बाहर की ओर द्वार या द्वार फ्रेम के ऊपर लगाना ही उचित माना गया है। वास्तु ज्योतिषी के अनुसार, यदि नाल को उत्तर, पश्‍चिम व उत्तर-पश्‍चिम दिशा वाले मुख्य दरवाज़ों पर लगाया जाए तो, इससे इसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है।

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