Libra and Capricorn Zodiac Compatibility | तुला-मकर राशि में अनुकूलता, कैसा होगा प्रेम व महत्वाकांक्षाओं में संतुलन

तुला-मकर राशि-compatibility

तुला-मकर राशि में अनुकूलता- वैदिक ज्योतिष के अनुसार, तुला और मकर राशि के जातक जब एक-दूसरे से मिलते हैं तो, उनके अनुकूलता के सम्बन्ध में हम कह सकते हैं कि, उनका यह ,मेल एकता पूर्ण भाव के साथ परिपूर्ण हो सकता है। अन्य राशियों के जैसे ही, यह एक असामान्य जोड़ी के समान ही सम्बन्धों में रहते हैं, इसलिए उनकी प्रारंभिक बातचीत आमतौर पर मित्रो के माध्यम से या किसी ऑफिस के कार्य के दौरान, हो सकती है। अन्यथा इन दोनों राशियों की रोमांटिक मुलाकात की संभावना कम ही देखी गई है। इसके साथ ही, उनकी जोड़ी में श्रेष्ठ अनुकूलता के लिए कोई चमत्कार ही कारगर सिद्ध होगा। तब तक वे तुला और राशि कर स्वाभाविक रूप से बहुत अनुकूल नहीं हो सकते।

लेकिन, यदि वे एक-दूसरे के साथ, परस्पर समान गुणों का भी समर्थन करना सिख लें तो, निश्चित रूप से वें अपने सम्बन्धों में अनुकूलता को बढ़ा सकते हैं, इसके साथ ही, उन्हें अपने लक्षों पर भी, साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है।

अक्सर, उनकी मुलाकात उनके किसी व्यक्तिगत या व्यावसायिक दोनों पहलुओं में एक सफल और पूर्ण साझेदारी का कारण भी बन सकती है, इसलिए मकर और तुला लग्न के जातकों के मेल को असामान्य मेल भी हम कह सकते हैं।

आइए, आज के इस ‘मंगल भवन’ के लेख में, हम तुला-मकर राशि के अनुकूल संबंधों के बारे, में   विस्तृत चर्चा करेंगे-

तुला-मकर राशि का स्वभाव और व्यक्तित्व गुण 

  1. शासक ग्रह 

तुला राशि- शुक्र ग्रह ,    मकर राशि- शनि ग्रह 

  1. सम्बंधित तत्व 

तुला राशि-   वायु तत्व,    मकर राशि- पृथ्वी तत्व     

  1. विशेष गुण 

तुला राशि-  कार्डिनल,    मकर राशि- कार्डिनल

  1. शक्तिशाली गुण 

 तुला राशि- श्रेष्ठ संतुलन,     मकर- महत्वाकांक्षी 

  1. कमजोर गुण  

  तुला राशि-  अनिश्चितता,   मकर- नकारात्मक दृष्टिकोण

  1. अनुकूलता का प्रतिशत-20%

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुला और मकर राशि के प्रेम संबंधों की अनुकूलता को यदि समझे तो, प्रेम के मामले में, तुला और मकर राशि के भागीदारों को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि, दोनों का उनके जीवन के प्रति अलग-अलग दृष्टिकोण होता है जो उनके संबंधों में, संघर्ष और गलतफहमियों का कारण बन सकता है। इसके साथ ही, तुला राशि की संतुलन और सद्भाव का स्वभाव और  मकर राशि का व्यावहारिक और लक्ष्य के लिए सफलता प्राप्ति के स्वभाव में मतभेद होने की संभावना अधिक है। इसलिए, दोनों को एक-दूसरे की जरूरतों और भावनाओं को समझने में,  कठिनाई का सामना करना पड़ता है। 

ज्योतिष की सलाह में, तुला और मकर राशि को अपने प्रेम सम्बन्ध के बीच आने वाले इन मतभेदों को दूर करने और प्रेम अनुकूलता को बढ़ाने के लिए धैर्य, समझौता और परस्पर खुलकर व प्रभावी बातचीत करना आवश्यक है। इसके अलावा, संबंध में आ रही तमाम चुनौतियों के बावजूद भी यदि तुला और मकर लग्न राशि के भागीदारों द्वारा, प्रयास किया जाए तो,और एक-दूसरे की कमियों को स्वीकार कर एक-दूसरे से सीखने की इच्छा पर भी काम किया जाए तो, वें अपने प्रेम संबंधों में सामान्य रूप से अनुकूल बना सकते हैं। जिसमें, मकर राशि अपने तुला साथी को कड़ी मेहनत, अनुशासन और ईमानदारी के प्रति प्रोत्साहित कर सकती है, और तुला राशि, मकर राशि के भागीदार के जीवन में उत्साह, आकर्षण और सामाजिक भलाई करने का जुनून पैदा कर सकती है। 

आइए अब बात करते हैं, तुला और मकर राशि के वैवाहिक जीवन की, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुला और मकर राशि के भागीदारों के बीच, वैवाहिक अनुकूलता यानी उनके वैवाहिक जीवन में साथ रहने पर उन्हें कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को सोचने और समझने के तरीके अलग-अलग हैं। जैसे- मकर राशि का ध्यान व्यावहारिक गतिविधियों पर अधिक रहता है जबकि, तुला लग्न के जातकों को शांति की तलाश रहती है। ऐसी स्थिति में, उन्हें एक-दूसरे के साथ, खुलकर बात करने और एक-दूसरे का समर्थन कर एक ही पृष्ठ पर समस्याओं  का हल खोजने की आवश्यकता है इसके अलावा एक-दूसरे को और अधिक बेहतर ढंग से समझने की भी सलाह दी जाती है। तभी,  तुला और मकर राशि का वैवाहिक जीवन अनुकूल और संतुलित ढंग से चल सकता है।

इसके साथ ही, दोनों राशियों को अपने वैवाहिक जीवन में, अनुकूलता को बढ़ाने के लिए, अपने अलग-अलग दृष्टिकोणों के बीच संतुलन बनाने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही, उन्हें अपना जीवन इस प्रकार व्यतीत करना चाहिए जिसमें, गोनो राशियों के गुण जैसे- मकर राशि स्थिरता और सुरक्षा एवं तुला राशि का सद्भाव और सामाजिक कौशल संबंधी गतिविधियां भी शामिल हो। इस प्रकार वें, समझौता के साथ, एक-दूसरे के आधार के मूल्यों का सम्मान और समर्थन भी कर पाएँगे।

तुला और मकर राशि के, यौन अनुकूलता की बात करें तो अपने वैवाहिक जीवन के समान ही, उन्हें अपने बेडरूम में भी परस्पर अनुकूलता और संतुलन स्थापित करने के लिए संघर्ष की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही, जब वे दोनों राशियां एक-दूसरे के करीब आती है तो उनके अलग-अलग दृष्टिकोण और इच्छाओं के कारण उनकी परस्पर भावनाएं मिल नहीं पाती इसका सीधा सा अर्थ यह हुआ कि, बेडरूम में उन्हें एक-दुसरे की भावनाओं को समझने में, मुश्किल होती है। इसी के साथ, तुला राशि के जातकों को प्यार में, रोमांस और भावनात्मक संबंध की इच्छा रहती है वहीं दूसरी ओर मकर राशि को, सम्बन्धों में व्यावहारिकता पर अधिक विश्वास होता है। 

इसलिए, शयनकक्ष में तुला और मकर राशि के भागीदारों के बीच, यौन संबंधों में उत्साह और जुनून की कमी हो सकती है। ज्योतिष की सलाह में, तुला और मकर राशि के जातकों को, आपस में  खुलकर बातचीत करना, एक-दूसरे की जरूरतों को समझना और अपने यौन जीवन को दिलचस्प बनाने के तरीके ढूंढने का प्रयास करना चाहिए। इसके साथ ही, तुला और मकर राशि के भागीदारों को, यौन अनुकूलता में सुधार करने की लिए साथ मिलकर, एक-दुसरे की भावनाओं और इच्छाओं का समर्थन करना बहुत महत्वपूर्ण है। 

ज्योतिष शास्त्र की प्रमुख गणना के अनुसार, मित्रता के रूप में,  तुला और मकर राशि को अपनी अनुकूलता में बहुत ही समस्या एवं चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। उनके संबंधों में प्रतिकूलता का एकमात्र कारण उनके जीवन के प्रति, और रिश्तों जैसे कि, मित्रता में भी उनके व्यक्तित्व के प्रति दृष्टिकोण अलग-अलग होते हैं। जिसमें, तुला राशि वाले जातक, सद्भाव, सामाजिक संबंध और आनंद की इच्छा करते हैं, जबकि मकर राशि वालों को, व्यावहारिकता, जिम्मेदारी और महत्वाकांक्षाओं की उम्मीद होती हैं। इस कारण, उन्हें एक-दूसरे के साथ सम्बन्धों में लाभ और समर्थन करने में परेशानी होती है। इसके अलावा, वे एक-दूसरे की प्राथमिकताओं को भी समझने में असमर्थ है। इतना ही, नहीं कभी-कभी उन्हें एक-दूसरे के विचारों को भी समझने में भी कठिनाई हो सकती है। अतः हम खा सकते हैं कि, तुला और मकर राशि के बीच गहरी, स्थायी और संतुलित और लम्बे समय तक साथ निभाने वाली मित्रता का सम्बन्ध बन पाना मुश्किल है।

लेकिन, यदि किसी रिश्ते को अनुकूल बनाने और उसमें सुधार करने का ठान लिया जाए तो, कुछ भी मुश्किल नहीं है।

 उसी प्रकार चुनौतियों के बावजूद, तुला और मकर राशि के साथी अभी भी एक-दूसरे के आधार को एक मान्य बिंदु मानकर, एक अच्छी मित्रता का रिश्ता बना सकते हैं। इसके साथ ही, वे एक-दूसरे की ताकत और कमजोरियों से सीख ले सकते हैं। जिनमें, तुला राशि, मकर राशि के लिए हल्केपन और सामाजिक आकर्षण की भावना के लिए जाग्रत कर सकती है, जबकि, मकर राशि, तुला राशि को स्थिरता और मार्गदर्शन प्रदान करने का कार्य कर सकती है। इसके साथ ही, मित्रता के सम्बन्ध में अनुकूलता के लिए दोनों ही राशियाँ धैर्यवान रहकर, एक-दूसरे के मतभेदों का समर्थन कर एक संतुलित और गतिशील रिश्ता बना सकते हैं।

तुला-मकर राशि

अब हम आपको बताते हैं , तुला और मकर राशि के विश्वास संबंधी अनुकूलता के बारे में, चूंकि, दोनों ही राशि, अपने संबंधों में विश्वास को अधिक महत्वपूर्ण मानते हैं; इसलिए दोनों राशि, अपने अनुकूल रिश्तों में वफादारी और ईमानदारी को महत्व देते हैं। जो तुला और मकर राशि के बीच विश्वास का एक मजबूत स्तंभ बनाने में मदद करता है। हालांकि, मकर राशि अपने सतर्क स्वभाव और शांत रहने की आदत से तुला राशि वालों को नाराज कर सकती है। अतः ज्योतिष की सलाह यही है कि, दोनों भागीदारों को परस्पर अपने संबंधों में खुलकर बात करने को महत्व देना होगा, इसके साथ ही, एक-दूसरे  के लिए विश्वसनीयता के साथ अपने कार्यों में निरंतरता दिखानी पड़ेगी!  जिससे एक-दूसरे पर उनका विश्वास और भी अधिक मजबूत हो सके। इसके अलावा, तुला राशि वाले मकर राशि को रिश्तों में, ईमानदारी के बारे में आश्वस्त कर सकते है; वहीं मकर राशि वाले अपनी भावनाओं के बारे में तुला राशि से खुलकर बात कर सकते हैं। जिससे उनका मित्रता का सम्बन्ध मजबूत और संतुलित हो सकेगा।

तुला-मकर राशि के संबंध: खूबियां और कमजोरियां

  • खूबियाँ 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुला के साथ मकर राशि के जातकों का मेल एक अच्छी टीम के रूप में देखा जा सकता है। उनके रिश्तों में विशेषता यह है कि, मकर राशि की कड़ी मेहनत और मज़बूत संकल्प की भावना तुला राशि वालों को प्रकृति से जुड़े रहने में सहायक होती हैं, जबकि तुला का व्यवहारिक और मिलनसार स्वभाव मकर राशि वालों को गंभीरता प्रदान करता हैं। इसके साथ ही, दोनों राशियाँ अपने लक्ष्यों को गंभीरता से लेती है और एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान और समर्थन भी करते हैं! जिससे उनके बीच एक खुशहाल और संतुलित सम्बन्ध बनता है। 

  • कमजोरियाँ

तुला और मकर राशि के संबंधों की कमजोरियों के बारे में बात करें तो, उन्हें अपने सम्बन्ध में अनुकूलता के मामलों को लेकर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है! क्योंकि, दोनों का उनके जीवन के प्रति अलग-अलग दृष्टिकोण होता है जो उनके संबंधों में, संघर्ष और गलतफहमियों का कारण बन सकता है। इसके साथ ही, तुला राशि की संतुलन और सद्भाव का स्वभाव और  मकर राशि का व्यावहारिक और लक्ष्य के लिए सफलता प्राप्ति के स्वभाव में मतभेद होने की संभावना अधिक है।

सारांश 

कुल-मिलाकर, उपरोक्त लेख में हमने तुला और मकर राशि के बीच अनुकूलता (Libra and capricorn zodiac compatibility )के बारे में विस्तार से चर्चा की। जिसमें ज्योतिष की सलाह से यह जानकारी प्राप्त हुई की, तुला-मकर एक-दूसरे की पसंद और व्यक्तिगत गुणों को यदि को समझकर परस्पर भावनाओं का समर्थन करना सीख लें तो, उनके बीच संबंधों की अनुकूलता को संतुलित किया जा सकता है इसके साथ ही, दोनों राशियों को व्यावहारिकता के बीच सही संतुलन बनाकर अपने रिश्तों को सुधारने का प्रयास करना चाहिए। दोनों को परस्पर भावनात्मक जुड़ाव के लिए ईमानदारी और खुलकर बातचीत करने पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही, एक-दूसरे की भावनाओं को खुलकर व्यक्त करना और एक-दूसरे के दृष्टिकोण को भी महत्व देने पर कार्य करने की आवश्यकता है। इससे, तुला और मकर राशि के बीच अनुकूलता का प्रतिशत तो बढ़ेगा ही, साथ ही यह उनके बीच एक स्वस्थ और संतुलित रिश्ता बनाने का काम भी करेगा।

Q. क्या, तुला राशि, मकर राशि वालों के लिए अनुकूल राशि है?

An. तुला और मकर राशि के जातक जब एक-दूसरे से मिलते हैं तो, उनके अनुकूलता के सम्बन्ध में हम कह सकते हैं कि, उनका यह ,मेल एकता पूर्ण भाव के साथ परिपूर्ण हो सकता है। 

Q. क्या, तुला राशि वाले मकर राशि से विवाह कर सकते हैं?

An. तुला और मकर राशि के वैवाहिक जीवन की, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुला और मकर राशि के भागीदारों के बीच, वैवाहिक अनुकूलता यानी उनके वैवाहिक जीवन में साथ रहने पर उन्हें कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को सोचने और समझने के तरीके अलग-अलग हैं। 

Q. तुला और मकर राशि के बीच मित्रता का सम्बन्ध कैसा है?

An. मित्रता के रूप में,  तुला और मकर राशि को अपनी अनुकूलता में बहुत ही समस्या एवं चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। उनके संबंधों में प्रतिकूलता का एकमात्र कारण उनके जीवन के प्रति, और रिश्तों जैसे कि, मित्रता में भी उनके व्यक्तित्व के प्रति दृष्टिकोण अलग-अलग होते हैं।

Q. बेडरूम में तुला और मकर राशि के बीच अनुकूलता कैसी है? 

An. तुला और मकर राशि के, यौन अनुकूलता की बात करें तो अपने वैवाहिक जीवन के समान ही, उन्हें अपने बेडरूम में भी परस्पर अनुकूलता और संतुलन स्थापित करने के लिए संघर्ष की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही, जब वे दोनों राशियां एक-दूसरे के करीब आती है तो उनके अलग-अलग दृष्टिकोण और इच्छाओं के कारण उनकी परस्पर भावनाएं मिल नहीं पाती इसका सीधा सा अर्थ यह हुआ कि, बेडरूम में उन्हें एक-दुसरे की भावनाओं को समझने में, मुश्किल होती है। 

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