वैदिक ज्योतिष के अनुसार, धनु और धनु राशि के भागीदारों की जोड़ी स्वतंत्र होती है यानी वे, साथ में किसी आजाद परिंदे की तरह होते हैं समान व्यक्तित्व होने के कारण उनका मिलन एक मधुर, मजबूत और मजेदार रिश्ते की तरह काम करता है। साथ ही, वे दोनों सोशल यानी दोनों ही राशियों के भागीदारों को पार्टी करना और साथ में बाहर घूमना जाना पसंद होता है। हर रिश्ते की तरह, हालांकि धनु राशि की जोड़ी में भी कभी-कभी वें एक-दूसरे की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकते हैं ! लेकिन ये मतभेद उनके बीच में,केवल कुछ समय के लिए ही रहते हैं; बाद में फिर एक हो जाते हैं। साथ ही, दोनों राशियां रिश्तों में अपनी समझदारी और आपसी तालमेल के बल से छोटी-मोटी परेशानियों का सामना करने में भी बहुत अच्छी क्षमता रखते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनु और धनु राशि के भागीदारों को, उनके स्वामी ग्रह गुरु(बृहस्पति) का आशीर्वाद प्राप्त है, अतः गुरु के सकारात्मक प्रभाव से वे, एक-दूसरे के साथ जीवन के सभी महत्वपूर्ण रिश्तों को बड़ी ही समझदारी से संतुलित कर लंबे समय तक निभाने के लिए बाध्य रहते हैं। आइए, अब आगे आज के इस ‘मंगल भवन’ के लेख में हम धनु-धनु राशि में अनुकूलता के पहलुओं पर एक नजर डालते हैं। आशा करते हैं पाठकों को लेख में दी गई जानकारी पसंद आए-
धनु राशि का स्वभाव और व्यक्तित्व गुण
- शासक ग्रह
धनु राशि- बृहस्पति
- सम्बंधित तत्व
धनु राशि- अग्नि तत्व
- विशेष गुण
धनु राशि- परिवर्तन शील
- शक्तिशाली गुण
धनु राशि- साहसी
- कमजोर गुण
धनु राशि- बिना सोच-विचार के कार्य करना
6.अनुकूलता का प्रतिशत-79%
धनु-धनु राशि में प्रेम सम्बन्ध अनुकूलता
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनु और धनु राशि के भागीदारों में प्रेम अनुकूलता को समझे तो, धनु और धनु का प्रेम मेल बहुत ही संतुलित और आनंदमय होता है। दोनों धनु साथी को एक-दूसरे के साथ एक भावनात्मक जुड़ाव रहता है और जन वें एक साथ होते हैं तो, उनके बीच प्रेम का वास्तविक अर्थ पता चलता है यानी ! कुल-मिलाकर वें, प्यार और स्नेह का एक साक्षात् प्रतीक होते हैं। इसके साथ ही, प्रेम संबंध में, उन्हें परस्पर अपने आस-पास एक भावनात्मक शांति का वातावरण चाहिए होता है। लेकिन, यहां यदि, हम भावुक साझेदारी की बात करें तो, धनु राशि के दोनों भागीदार कुछ पीछे है; परन्तु भावनात्मक पहलुओं पर वें एक-दूसरे से संतुष्ट होने की उच्च गुणवत्ता के साथ-साथ एक अद्भुत और युगल जोड़ी बनते हैं जो, सभी राशियों में सर्वोच्च अनुकूलता को दर्शाती है। इसके अलावा जीवन के कठिन समय में भी धनु और धनु साथी एक-दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ते हैं।
धनु-धनु राशि में वैवाहिक सम्बन्ध अनुकूलता
यदि हम, धनु और धनु राशि के वैवाहिक सम्बन्ध में अनुकूलता को समझे तो, आमतौर पर, ये दो समान राशियां है जो, लगभग सभी गतिविधियों में, समान होती हैं। जिससे उनके बेच हर रिश्ता बहुत ही अनुकूल और मजबूत होता है। वैसे ही, धनु राशि के भागीदारों का वैवाहिक जीवन भी बहुत अनुकूल और अद्भुत मेल साबित होता है। अपने वैवाहिक जीवन में, कि वे एक बहुत ही अनुकूल जोड़ी बनते हैं, लेकिन धनु और धनु राशि के जातकों के साथ एक चीज है, जो उन्हें अलग करती हैं; वो है! वे उन लोगों को पसंद नहीं करते जो बिल्कुल उनके जैसे हैं।
साथ ही, धनु राशि के जातक बहुत भावुक प्रवृत्ति के होते हैं और उन्हें समस्याओं सामना करने के लिए किसी मजबूत और भावनात्मक रूप से स्थिर व्यक्ति की आवश्यकता होती है। यानी, कुल-मिलाकर हम कह सकते हैं कि, दो धनु राशि के भागीदारों के बीच वैवाहिक अनुकूलता औसत है! क्योंकि, वैवाहिक जीवां में ऐसे बहुत से कठिन पड़ाव आएँगे, जिसमें, वे अपने रिश्ते को अच्छी तरह से संभाल नहीं पाएंगे! इसलिए, उनके बीच वैवाहिक अनुकूलता थोड़ी कम ही रहती हैं।
धनु-धनु राशि में यौन सम्बन्ध अनुकूलता
अब, बात आती है, धनु और धनु राशि के भागीदारों के बीच यौन संबंध में अनुकूलता की- दो धनु साथी दो किशोरों की तरह हो सकते हैं, जिसका परस्पर बहुत अच्छा रिश्ता होता है। इतना ही नहीं, हम यह भी कह सकते हैं कि, उनके बीच यौन संबंध काफी फायदेमंद भी होते है। लेकिन, दूसरी ओर यह अस्थिर और अल्पकालिक भी हो सकता है। क्योंकि, धनु और धनु राशि के भागीदार की यौन अनुकूलता अनर्गल और मुक्ति देने वाली होती है यानी दोनों में न तो बहुत अधिक और न ही बहुत कम अंतरंगता है। साथ ही, दोनों धनु राशि के भागीदारों में बहुत अधिक सोचने-विचारने के गुण होते हैं! और उनके पास एक प्रकार का मुद्दा होता है जिस पर वे मिलकर काम करते हैं। इसके अलावा, भले ही धनु और धनु राशि के जोड़े समग्र रूप से संतुष्टि को प्रभावित नहीं करते है, फिर भी उनके पास अपने रिश्ते को आगे ले जाने की उच्च संभावनाएं होती हैं।
धनु-धनु राशि में मित्र सम्बन्ध अनुकूलता
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, धनु और धनु राशि के भागीदारों में मित्र संबंध में भी बहुत अनुकूलता पाई जाती है। अपनी मित्रता में दोनों को रोमांच पसंद होता है, जिसमें वे संसार की नई-नई चीजों के बारे में खोज करते हैं, और जीवन का वास्तविक आनंद लेते हैं। एक दोस्त या मित्र रूप में, उन्हें एक-दूसरे के साथ रहने और साथ में समय बिताने में बहुत आनंद का अनुभव होता है! हालांकि, यह उनका एक अनुकूल रिश्ता है, फिर भी वे कभी-कभी परस्पर अहंकार के कारण हो रहे टकराव से बचने के लिए एक-दूसरे से कुछ दूरी बना लेते हैं। इसके साथ ही, धनु और धनु राशि के भागीदारों में मित्रता का संबंध बहुत ही संगत पूर्ण वास्तविक, और स्नेह से भरा होता है! जो चर्चा में आने की क्षमता रखता है और इसलिए अन्य राशियों के मित्रता संबंधी जोड़े के लिए धनु और धनु जोड़े एक सर्वश्रेष्ठ और उपयुक्त उदाहरण है।
धनु-धनु राशि में पारस्परिक संचार सम्बन्ध अनुकूलता
यदि, हम धनु और धनु राशि के संचार के मामले देखते हैं तो, हम पाते हैं कि, धनु और धनु साथ, मित्र सम्बन्ध में भी एक आनंददायक अनुभव लेते हैं! इसके साथ ही, उनके बीच परस्पर एक समान विश्वास का मजबूत बंधन होता है, तो ऐसा कुछ भी नहीं हो सकता है जो उन्हें संचार के मामले में पीछे छोड़ दे। एक धनु साथी अपने दूसरे धनु साथी के साथ संवाद करना बहुत पसंद करता है; जब तक कि उनके बीच कोई अहंकार का भाव न हो। तब तक, वे शायद ही एक-दूसरे से निराश या क्रोधित होते हैं, और आसपास के परिदृश्यों के बारे में उत्सुक होने का जुनून उन्हें एक-दूसरे से बांधे रखता है। इसके साथ ही, धनु और धनु राशि के बीच श्रेष्ठ संचार का माध्यम दोनों के लिए खुशी के पलों जैसा है। जिसमें वे मनोरम रुचियों को साझा करने के साथ-साथ, प्रकृति को भी पोषित करते हैं, और मुश्किल समय में एक-दूसरे के लिए सही निर्णय लेते हैं। इसके अलावा, वे जो खुशी परस्पर साझा करते हैं, उसे वें एक-दूसरे के साथ सही समय पर व्यक्त भी करते है
सारांश
हमारे ज्योतिष आचार्यों की दृष्टि में हमने इस लेख में धनु-धनु राशि के बीच अनुकूलता के अंशों पर चर्चा की, और जाना कि, एक धनु और धनु जोड़े को एक-दूसरे के साथ रहना पसंद करते हैं और अधिकांश समय वें साथ रहते भी हैं। इसके साथ ही, जब ये दोनों समान व्यक्तित्व की राशियां परस्पर गुणों और पसंद-नापसंद को साझा करते हैं, तो वे एक classic जोड़ी तो होते ही है साथ में unic भी होते हैं! जो अपनी उदारता का परिचय देते हैं।
इसके अलावा, हसंते हुए वें अपना जीवन बहुत ही संगत, उत्साह, बुद्धि और जुनून के साथ व्यतीत करते हैं। हालांकि, कभी-कभी वें एक-दूसरे को भावनात्मक चोट पहुंचा सकते हैं और परिदृश्यों के बारे में वादे करके एक-दूसरे का मन दुखी कर सकते हैं। लेकिन, फिर वे एक टीम के रूप में अपनी श्रेष्ठ होने के गुणों का परिचय भी देते हैं। ज्योतिष की सलाह में, धनु अपने विश्वास को अधिक गहरा और अपनी दृष्टि को अधिक विस्तृत कर अपने रिश्तो की अनुकूलता में सुधार कर सकते हैं। कुल-मिलाकर, वे एक-दूसरे के साथ प्रेम में सही तरीके से शामिल होते हैं।
उनकी निष्ठा और समर्पण, एक-दूसरे पर अटूट विश्वास का भाव उन्हें साथ रहकर, सुरक्षा की भावना प्रदान करता है।
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FAQS\अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-
Q. क्या, दो धनु साथी एक-दूसरे के लिए अनुकूल हैं?
An. हां, धनु और धनु राशि के भागीदारों की जोड़ी स्वतंत्र होती है यानी वे, साथ में किसी आजाद परिंदे की तरह होते हैं समान व्यक्तित्व होने के कारण उनका मिलन एक मधुर, मजबूत और मजेदार रिश्ते की तरह काम करता है।
Q. क्या, दो धनु राशि के भागीदार वैवाहिक बंधन में बंध सकते हैं?
An. हां,आमतौर पर, ये दो समान राशियां है जो, लगभग सभी गतिविधियों में, समान होती हैं। जिससे उनके बेच हर रिश्ता बहुत ही अनुकूल और मजबूत होता है। वैसे ही, धनु राशि के भागीदारों का वैवाहिक जीवन भी बहुत अनुकूल और अद्भुत मेल साबित होता है।
Q. क्या, धनु-धनु राशि के भागीदार अच्छे मित्र होते हैं?
An.हां, धनु और धनु राशि के भागीदारों में मित्र संबंध में भी बहुत अनुकूलता पाई जाती है। अपनी मित्रता में दोनों को रोमांच पसंद होता है, जिसमें वे संसार की नई-नई चीजों के बारे में खोज करते हैं, और जीवन का वास्तविक आनंद लेते हैं।
Q. धनु राशि के जातकों पर कौन से ग्रह का शासन होता है?
An. धनु और धनु राशि के भागीदारों को, उनके स्वामी ग्रह गुरु(बृहस्पति) का आशीर्वाद प्राप्त है, अतः गुरु के सकारात्मक प्रभाव से वे, एक-दूसरे के साथ जीवन के सभी महत्वपूर्ण रिश्तों को बड़ी ही समझदारी से संतुलित कर लंबे समय तक निभाने के लिए बाध्य रहते हैं।