Gemini and Pisces Zodiac Compatibility | मिथुन-मीन राशि में अनुकूलता,  जानें, प्रेम जीवन एवं प्रतिकूल पहलुओं के बारे में

मिथुन और मीन राशि

मिथुन-मीन राशि में अनुकूलता (Gemini and Pisces Zodiac Compatibility)   ज्योतिष विज्ञान की दृष्टि से, मिथुन और मीन दोनों ही राशियाँ अपने-अपने अद्वितीय गुणों और खुले विचार शैली के कारण अच्छी अनुकूलता रखते हैं। किसी घटना या गतिविधि के प्रति समझौते का समान भाव दोनों राशियों में होता है। लेकिन, मीन राशि एक भावुक राशि है, जो मिथुन के लापरवाह रवैये के कारण उदास हो सकती है। उसी प्रकार, मिथुन व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ सबको साथ लेकर चलते हैं, लेकिन मीन उतने व्यवहारिक नहीं होते हैं, और कभी भी जमीन पर नहीं रहते। तो, आइए लेख को आगे बढ़ाते हुए हम और भी विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं।  मिथुन के साथ मीन राशि की अनुकूलता और प्रतिकूलता के बारे में क्या कहते हैं हमारे ‘मंगल भवन’ के वरिष्ट आचार्य। आइए आगे पढ़े-   

  • शासक ग्रह 

मिथुन- बुध ,   मीन- बृहस्पति और नेपच्यून

  • सम्बंधित तत्व 

मिथुन- वायु,   मीन– जल

  • विशेष गुण 

मिथुन- परिवर्तनशील,    मीन- परिवर्तनशील

  • शक्तिशाली पक्ष 

मिथुन-अनुकूलता,  मीन– करुणा, दया 

  • कमजोर पक्ष 

मिथुन-असंगति,   मीन- पलायन वादिता

  • अनुकूलता का प्रतिशत- 38%

ज्योतिष शास्त्र कहता है कि, जब मिथुन के साथ मीन राशि का मिलना यानी, पानी और हवा के तत्वों का एक साथ आना। जो मिलकर एक दिलचस्प जोड़ी बना सकते हैं। राशि चक्र में, मीन एक संवेदनशील और सहज राशि कहलाती है; जो जल तत्व से सम्बन्धित है। वहीं मिथुन एक बुद्धि प्रधान और जिज्ञासा पूर्ण राशि, जिसका संबंधित तत्व  जल है। अतः दोनों का स्वभाव एक-दूसरे के विपरीत है, जिससे उनकी  पहली मुलाकात कुछ अधिक विशेष नहीं होगी। और वें शायद एक अनुकूल जोड़ी के रूप में भी नहीं दिखाई दे। लेकिन उनके मतभेद एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं, जिससे उनके रिश्ते में अनुकूल संभावनाएं देखी जा सकती हैं।

इसके साथ ही, मिथुन अपने बौद्धिक ज्ञान के आकर्षण से मीन राशि को सहज आकर्षित करता है। ठीक वैसे ही, मीन का सहज स्वभाव, मिथुन को आकर्षित करता है। सामान्य तौर पर, वें अपनी पहली मुलाकात में, वें आकर्षक बातचीत और बौद्धिक और भावनात्मक स्तर पर जुड़ना पसंद करते है। आइए आगे लेख में हम मिथुन-मीन राशि के प्रेम जीवन,  वैवाहिक जीवन, शारीरिक सुख,  और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानें- 

वैदिक ज्योतिष के वरिष्ठजनों के साथ, हम कह सकते हैं कि मिथुन और मीन राशि वालों के बीच प्रेम अनुकूलता अधिक विशेष नहीं बताई गई है। साथ ही, उनका प्रेम अनुकूलता का औसत स्कोर भी बहुत कम है। इसका सबसे प्रमुख कारण उनके स्वभाव की भिन्नता का होना हो सकता है। दोनों राशियों के के बीच प्रेम अनुकूलता कम पाई गई है। क्योंकि, मिथुन राशि को बौद्धिक ज्ञान अधिक है तो, वहीं, दूसरी ओर, मीन को अधिक भावनात्मक पाया जाता है। जिससे, मीन राशि की भावनात्मक और संवेदनशील प्रकृति को, मिथुन द्वारा सम्भाल पाना कठिन हो सकता है। जिसमें मिथुन और मीन राशि वालों के बीच रोमांटिक रूप से एक होना मुश्किल हो जाता है।

अतः प्रेम सम्बन्धी मामलों में, मिथुन और मीन राशि के सत्यों के बीच अनुकूलता कम है। मिथुन का उत्साहपूर्वक रवैया मीन राशि वालों की गहरी भावनाएं और स्थिरता को भंग कर सकता है। साथ ही, मिथुन राशि का तर्कसंगत होना , मीन राशि वालों के लिए भारी पड़ सकता है। ठीक उसी प्रकार, और मीन राशि की मजबूत भावनाएँ,  मिथुन राशि वालों पर भारी पड़ती हैं; जिससे उन्हें एक-दूसरे को समझने में मुश्किल हो सकती है,और यह उनके बीच संघर्ष का कारण बन जाता है। अतः मिथुन और मीन राशि का प्रेम जीवन, मजबूत और स्थायी रूप से रोमांटिक बनाने के लिए उन्हें चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

वैवाहिक जीवन के मामले में, मिथुन और मीन राशि का मिलन एक अच्छा संयोग मान सकते हैं। मिथुन और मीन के बीच वैवाहिक अनुकूलता बहुत अच्छी है। लेकिन, मिथुन और मीन लग्न के अनुसार, उनके स्वभाव का अंतर कभी-कभी उनके संबंधों के लिए कठिनाइयों का प्रमुख कारण बन सकता है। इसके अलावा उन्हें अपने वैवाहिक जीवन में, कुछ मुश्किलों का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, मिथुन राशि का परिवर्तनशील स्वभाव, मीन राशि की काल्पनिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है। रिश्तों में, गलतफहमी और संघर्ष का कारण बन सकती है। ज्योतिष के अनुसार, मिथुन और मीन राशि के भागीदारों को, सामान्य आधार और लम्बी साझेदारी बनाए रखने के लिए बहुत संघर्ष से होकर गुजरना पड़ सकता है। साथ ही, वैवाहिक जीवन को सुखी और सफल बनाने के लिए, दोनों को समझदारी के साथ आपसी समझौते और साथ मिलकर बात करने व हल समाधान खोजने की आवश्यकता है। जिससे सम्बन्धों में टकराव के साथ प्रेम भी बना रहे।

ज्योतिष शास्त्र के एक अच्छे प्रतिशत स्कोर के साथ, हम मिथुन और मीन राशि में यौन अनुकूलता को बहुत बढ़िया मान सकते है। भले ही, उनके स्वभाव में बहुत भिन्नता है, लेकिन फिर भी, शयनकक्ष में वे निश्चित रूप से एक जोशीला और चंचलता से परिपूर्ण जोड़ी के रूप में आते हैं। उन्हें एक-दूसरे के लिए जुनून और अपनी इच्छा को साझा करने की बेहतरीन क्षमता होती है। और, यह उनकी यौन अनुकूलता में सबसे अधिक सकारात्मक सूझबूझ होती है। जिसमें, वें एक साथ अपनी कल्पनाओं को जानकर, एक-दूसरे की भावनात्मक और यौन जरूरतों को पूरा करते हैं।

इसके साथ ही, मीन पुरुष और मिथुन महिला या मिथुन पुरुष और मीन महिला का यौन जीवन बहुत भावुक और कल्पनाशील होता है। मिथुन साथी उत्साह के नए-नए तरीकों से, मीन साथी को आकर्षित करता है। वहीं मीन साथी भी अपनी गहरी बातचीत, भावनात्मक गहराई और संवेदनशीलता से मिथुन को लुभाती है। हम कह सकते हैं कि, वे कल्पनाओं की खोज कर अपने संबंध में कामुकता की भावना को उत्पन्न करना दोनों राशियों को बखूबी आता है। अतः दोनों की जोड़ी शारीरिक अंतरंगता के लिए बहुत परफेक्ट मेल है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भावनात्मक रूप से मिथुन और मीन राशि में अनुकूलता बहुत कम होती है,  क्योंकि, दोनों ही राशियां एक-दूसरे की भावनाओं को समझने में सक्षम नहीं है। इसका एक और मुख्य कारण यह भी है की, उनके रिश्ते में परस्पर बातचीत और विश्वास की कमी रहती है। और खुलकर अपनी भावनाओं, इच्छाओं और जरूरतों को व्यक्त नहीं कर पाते हैं। इससे उनके लिए, भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से जुड़ना और  समझाना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा दोनों राशियों का स्वभाव भी एक-दूसरे से बहुत अलग है। जिससे वें आपस में सही तालमेल नहीं बना पाते हैं। अतः मिथुन और मीन राशि में भावनात्मक अनुकूलता का प्रतिशत न के बराबर कम है।

उन्हें एक-दूसरे को समझने में कठिनाई होती है, ऐसा इसलिए क्योंकि, मिथुन राशि परिवर्तन शील और तर्क क्षमता रखने वाली होती है, वे मीन राशि के सरल स्वभाव और भावनाओं पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे पाते। मीन राशि वाले भी बहुत संवेदनशील होते हैं और मिथुन राशि वाले उनके इस भाव को अनदेखा करते हैं। ज्योतिष की सलाह में, मिथुन और मीन राशियों के लोगों को आपस में एक-दूसरे की भावनात्मक गतिविधियों में शामिल होना पड़ेगा। साथ ही एक-दूसरे की भावनाओं को बहुत धैर्यपूर्वक सुनना और समझना पड़ेगा। 

मिथुन और मीन राशि

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मिथुन और मीन राशि के संबंधों की सबसे विशेष बात यह है कि, वे उनकी कल्पनाशीलता को महत्व देते हैं। जिसमें वें एक-दूसरे को प्रेरित कर उनकी प्रेरणा का स्त्रोत बनते हैं। अपनी बौद्धिक गतिविधियों में एक-दूसरे को शामिल करना पसंद करते हैं। और अपनी अपनी विचार शैली का आनंद लेते हैं। इसके साथ ही, कला, संगीत और आध्यात्मिकता क्रियाकलापों के प्रति भी उनकी रूचि दोनों के बीच उनका साझा प्रेम उनके संबंध को गहरा कर सकता है।

मिथुन और मीन राशि के संबंध में सबसे कमजोर पहलू यह है कि, उनके अलग-अलग स्वभाव के कारण उन्हें एक-दूसरे को समझने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उनके बीच अक्सर  लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं। जिससे उन्हें साथ रहने में मुश्किल हो सकती है। 

ऊपर लेख में, दी गई जानकारी से यह ज्ञात होता है कि, मिथुन और मीन राशि की अनुकूलता बहुत विशेष नहीं कही जा सकती। लेकिन कुछ सुझावों का पालन किया जाए तो, वें अपने संबंधों में, अनुकूलता को, बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही,उन्हें परस्पर एक-दूसरे की भावनाओं के महत्व को समझने और धैर्यपूर्वक उन पर कार्य करने की भी आवश्यकता है। अपने साथी की भावनात्मक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर आगे बड़ने से रिश्तों में अनुकूलता बढती है। साथ ही एक-दूसरे पर अटूट विश्वास भी बनता है। 


Q. क्या, मिथुन और मीन राशि एक-दुसरे की लिए अनुकूल है?

An. ज्योतिष विज्ञान की दृष्टि से, मिथुन और मीन दोनों ही राशियाँ अपने-अपने अद्वितीय गुणों और खुले विचार शैली के कारण अच्छी अनुकूलता रखते हैं। किसी घटना या गतिविधि के प्रति समझौते का समान भाव दोनों राशियों में होता है। लेकिन, मीन राशि एक भावुक राशि है, जो मिथुन के लापरवाह रवैये के कारण उदास हो सकती है।

Q. मिथुन और मीन राशि में भावनात्मक अनुकूलता कैसी है?

An. भावनात्मक रूप से मिथुन और मीन राशि में अनुकूलता बहुत कम होती है,  क्योंकि, दोनों ही राशियां एक-दूसरे की भावनाओं को समझने में सक्षम नहीं है। इसका एक और मुख्य कारण यह भी है की, उनके रिश्ते में परस्पर बातचीत और विश्वास की कमी रहती है। और खुलकर अपनी भावनाओं, इच्छाओं और जरूरतों को व्यक्त नहीं कर पाते हैं।

Q. मिथुन और मीन राशि कौन से गृह द्वारा शासित होती हैं?

An. मिथुन राशि बुध गृह और मीन राशि, बृहस्पति गृह द्वारा शासित होती हैं।

Q. मिथुन और मीन राशि के संबंधों की खूबियां क्या है?

An. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मिथुन और मीन राशि के संबंधों की सबसे विशेष बात यह है कि, वे उनकी कल्पनाशीलता को महत्व देते हैं। जिसमें वे एक-दूसरे को प्रेरित कर उनकी प्रेरणा का स्रोत बनते हैं। अपनी बौद्धिक गतिविधियों में एक-दूसरे को शामिल करना पसंद करते हैं।

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