Aries and Aries Compatibility | मेष और मेष राशि में विवाह, क्या अनुकूल है, प्रेम संबंध व वैवाहिक जीवन

मेष और मेष

मेष और मेष राशि में विवाह की अनुकूलता- कहा जाता है कि, किसी से हम दोस्ती करना चाहते हैं तो पहले हमें यदि उस रिश्ते के भविष्य के बारे की जानकारी हो जाएं, तो इससे कितना अच्छा हो। कई बार हम रिश्ते में आधी दूर आने के बाद  यह विचार करते हैं कि इस रिश्ते का भविष्य या कल क्या होगा?  क्या यह लंबे समय तक चल पाएगा? इसी प्रकार के कुछ सवालों के जवाब देने के लिए हमें ज्योतिष शास्त्र एक बहुत सटीक राह  दिखाता है।  ज्योतिष (एस्ट्रोलॉजी) एक बेस्ट ऑप्शन है। जो कि हमें एक दोस्त या गाइड बनकर हमें सही और गलत की जानकारी देता है। इस ज्योतिष शास्त्र के कुछ नियमों को ध्यान में रखते हुए आज ‘मंगल भवन’ के इस लेख में हम मेष और मेष राशि के वैवाहिक जीवन व जोड़े के बीच की समानता के बारें में अध्ययन करेंगे-

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक किसी भी रिश्ते में रहना और किसी ऐसे व्यक्ति के साथ निजी बंधन में बंधे रहना हमेशा आसान होता है। विशेष रूप से ऐसा व्यक्ति जो आपके जैसा ही हो। यह रिश्ता तब और भी अधिक मधुर व मजबूत हो जाता है जब दोनों पार्टनर रिश्ते से एक जैसी चाह वाले हो और यही बात मेष व मेष राशि में रिश्ते के साथ भी लागू होती है। मेष राशि वाले जातकों की मेष राशि वालों के साथ समानता या अनुकूलता बहुत मजबूत होती है। ये जातक अपने जैसे स्वभाव वाले जातकों के साथ ही आराम तलाशते हैं।

  • मेष और मेष राशि की विवाहित जोड़ी : प्रेम में समानता 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष और मेष की जोड़ी में जातक रिश्ते में  बहुत ज्यादा रोमांटिक नहीं होते हैं, लेकिन समय के साथ वे धीरे-धीरे आगे बढ़ते जाते हैं। मेष के दोनों जातकों के बीच लव (प्रेम) को लेकर अनुकूल प्रभाव इस बात पर निर्भर करती है कि अपने रिश्ते में तालमेल बनाने के लिए दोनों अपनी-अपनी तरफ से कितनी आजमाइश करते हैं। ये लोग एक-दूसरे के लिए पूरे समर्पित होते हैं। मेष और मेष के वैवाहिक जातकों के बीच प्यार व रिश्तों को लेकर कुछ इनसिक्योर भी महसूस कर सकते हैं। यदि किसी भी एक को यह आभास हो जाए कि वह डॉमिनेट हो रहा है, तो वह तुरंत रिश्ता को पहले जैसा करने की कोशिश में लग जाते हैं। 

  • मेष और मेष राशि की विवाहित जोड़ी: भावनात्मक समानता 

वैसे तो इन जातकों के बीच संचार बिल्कुल स्पष्ट होता है। अपूर्ण रूप से वे व्याख्या के लिए कुछ भी नहीं छोड़ते हैं। लेकिन उनका यह रवैया  इन जातकों के बीच बहस का कारण बन सकता है। जब भी दो मेष राशि वाले जातक अपनी बात कर रहे होते हैं तो उनकी बातचीत तेज गति वाली व उत्तेजक होती है। ऐसे जातक एक साथ लगभग अपनी सारी बातें रख देते हैं। साथ ही ऐसे जातक भले, कितने ही बुद्धिमान क्यों न हों, वे सही होने की आवश्यकता के कारण जिद्दी स्वभाव के हो सकते हैं। यदि किसी भी दशा में ये जातक सही हैं तो वे अपने आप को साबित करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं फिर यह छोटे-मोटे झगड़े पारिवारिक लड़ाई का रूप ले लेते हैं।

यदि मेष राशि के दोनों जातकों की राय या सोच एक जैसी नहीं है तो उनके लिए साथ रहना कठिन हो सकता है। अतः शांति बनाए रखने के लिए दोनों को अपनी गति कम करनी होगी। इसी के साथ एक-दूसरे को समझने की कोशिश करनी होगी। क्युकी सही समय आने पर वे अपनी भावनाओं को बिल्कुल स्पष्ट कर देते हैं। ऐसे जातक अपना स्वाभाविक साहस दिखाने ,में बिल्कुल पीछे नहीं हटते। मेष व मेष राशि के विवाहित जोड़े चीजों को बहुत लंबे समय तक गुप्त नहीं रख पाते हैं।

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मेष और मेष राशि की विवाहित जोड़ी : सकारात्मक समानताएं  

  1. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक दोनों के स्वभाव व व्यवहार एक जैसा होने से मेष के साथ मेष राशि के ही जातक का वैवाहिक व प्रेम सम्बन्ध बहुत अच्छा व लम्बे साथ तक चलने वाला होगा।
  2. अपनी स्वाभाविक गुणों की समानता के कारण दोनों जातक अपनी ऊर्जा को एक ही निर्धारित लक्ष्य की ओर बढ़ाएंगे।
  3. ज्योतिष में दोनों ही राशि का चिन्ह आग से दर्शाया जाता है; और आग का आग से मेल नुकसानदायक नहीं होता है।
  4. ऐसे जातक अपने रिश्ते को मजबूत करने के लिए बहुत प्रयास करते हैं इसलिए कोई भी रिश्ता तोड़ने के लिए आगे नहीं होता है।
  5. मेष व मेष राशि कि जोड़े अपने रिश्ते को अधिक महत्व देते हैं। वें किसी भी प्रकार की अन्य भ्रान्ति में विश्वास नहीं करते हैं।

मेष और मेष राशि की विवाहित जोड़ी : नकारात्मक समानताएं  

  1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेष राशि के जातकों का अपने गुस्से पर नियंत्रण नहीं रहता। इस कारण वे अपने पार्टनर पर भी बहुत जल्दी क्रोधित हो सकते हैं।
  2. ऐसे जातक किसी भी तथ्य को लेकर अपनी प्रतिक्रिया बहुत जल्दी प्रकट करते हैं। इसके कारण अपने साथी द्वारा किसी बात को लेकर वें बहुत जल्दी नाराज हो जाते हैं।
  3. इन जातकों को हर कार्य को करने की बहुत जल्दी होती हैं। जिससे वें कार्य के बिगड़ने से निराश हो जाते हैं  और एक-दूसरे के प्रति कुछ चिड़-चिड़ा स्वभाव कर सकते हैं।
  4. मेष राशि के जातक परस्पर मस्ती मजाक को एकदम समझ नहीं पाते। इसलिए अक्सर किया गया सामान्य मजाक भी एक-दूसरे पर भारी पड़ सकता है।  
  5. मेष राशि वाले इतने ईमानदार और सीधे हो सकते हैं कि वे अपनी बातों से एक-दूसरे को ठेस पहुँचा सकते हैं। वे झूठ बोलने की बजाय सच को अधिक महत्व देते हैं, लेकिन इसके परिणामस्वरूप होने वाली बहस तीव्र हो सकती है।  

मेष और मेष राशि की विवाहित जोड़ी : विश्वास व वैचारिक समानताएं   

मेष व मेष राशि के वैवाहिक जोड़ों के बीच लव और विवाह कीअनुकूलता इस बार पर निर्भर करती है कि दोनों जातक रिश्तों को सुधारने के लिए कितने प्रयासरत हैं। साथ ही इन जातकों की नेतृत्व क्षमता अच्छी होती है, इसलिए दोनों घर व परिवार को अपने नियंत्रण में रखने का कार्य बहुत कुशलता से करते हैं। शायद यह कभी-कभी झगड़ों का कारण हो सकता है। दोनों जातकों का जीवन के प्रति लक्ष्य व विचार एक जैसे रहते हैं। जिसे वे बड़ी आसानी से हासिल कर लेते हैं। अपने वैचारिक गुणों के समान होने से मेष व मेष राशि कि विविहित जोड़े या प्रेमियों के बीच आपसी तालमेल बहुत अच्छा रहता है। इसलिए इनका वैवाहिक जीवन बहुत अच्छा रहता है। इसके अलावा अपने अनुशासन प्रिय स्वभाव के कारण दोनों जातकों में अच्छे माता-पिता होने के गुण होते हैं। जो बच्चों को एक अच्छा व अनुशासन वाला जीवन देना चाहते हैं।

मेष और मेष

मेष और मेष राशि की विवाहित जोड़ी : शारीरिक सुख (sexsual life) में समानताएं 

मेष राशि के जातकों को उनके उत्साह और मौज-मस्ती करने वाले स्वभाव के लिए जाना जाता है। ऐसे जातक एक आजाद परिंदों की तरह होते है। इसलिए रिश्तों में भी वे आजादी व रोमेंटिक होते हैं। साथ ही दोनों जातक पुरे उत्साह व जोश से भरपूर होते है, इसलिए दोनों जातकों की सेक्सुअल लाइफ बहुत अच्छी रह सकती है। इन जातकों का एक-दूसरे के प्रति रुझान अच्छा होने के कारण दोनों रिलेशनशिप में ईमानदार होते हैं। अपने इस गुण के कारण ये जातक अपनी सेक्सुअल लाइफ में एक-दूसरे पर पूरी तरह से आश्रित होते है। हालांकि दोनों जातकों को अपने नेतृत्व के गुण को अधिक महत्व न देकर एक-दूसरे का सम्मान करना सीखना चाहिए। तो इनका रिश्ता एक मजबूत, प्रेरणादायी व आदर्श रिश्ता बन सकता है।

समापन 

कुल मिलाकर, हम यह कह सकते हैं कि यदि मेष राशि वाले जातक शांत स्वभाव अपना ले व समझौता कर लें, तो वे लंबे समय तक अपने रिश्ते को संजो कर रख सकते हैं। ऐसे जातकों के लिए उनका जुनून व उत्तेजित स्वभाव चीज़ों को ताज़ा, साहसिक और यौन रूप से संतुष्ट रखने हेतु सही है। परन्तु स्वभाव में कुछ विविधता बहुत ज़रूरी है, जिससे रिश्तों में प्रेम बना रहे। साथ ही एक सफल वैवाहिक जीवन के लिए, एक-दूसरे पर वैचारिक रूप से समान और अपने गुस्से पर नियंत्रण रखकर, एक स्थायी, संतुष्टिदायक रिश्ते की नींव रखी जा सकती है। अतः एक गंभीर रिश्ते की तुलना में मेष व मेष राशि के जातकों का झगड़ा सामान्य हो सकता है। साथ ही ज्योतिष की सलाह में, रोमांटिक होने के साथ-साथ एक-दूसरे के प्रति प्रतिबद्धता भी बहुत जरुरी होती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न–FAQ


Q. क्या एक मेष राशि वाले को दूसरे मेष राशि से प्यार हो सकता है?

An. मेष के दोनों जातकों के बीच लव (प्रेम) को लेकर अनुकूल प्रभाव इस बात पर निर्भर करती है कि अपने रिश्ते में तालमेल बनाने के लिए दोनों अपनी-अपनी तरफ से कितनी आजमाइश करते हैं। ये लोग एक-दूसरे के लिए पूरे समर्पित होते हैं।

Q. क्या मेष राशि, मेष राशि वालों के लिए अनुकूल है?

An. रिश्ता तब और भी अधिक मधुर व मजबूत हो जाता है, जब दोनों पार्टनर रिश्ते से एक जैसी चाह वाले हो और यही बात मेष व मेष राशि में रिश्ते के साथ भी लागू होती है। मेष राशि वाले जातकों की मेष राशि वालों के साथ समानता या अनुकूलता बहुत मजबूत होती है। ये जातक अपने जैसे स्वभाव वाले जातकों के साथ ही आराम तलाशते हैं। हम यह कह सकते हैं कि यदि मेष राशि वाले जातक शांत स्वभाव अपना ले व समझौता कर लें, तो वे लंबे समय तक अपने रिश्ते को संजो कर रख सकते हैं।

Q. क्या, दो मेष राशि वाले जातकों की संबंध में लड़ाई होती है?

An. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेष राशि के जातकों का अपने गुस्से पर नियंत्रण नहीं रहता। इस कारण वे अपने पार्टनर पर भी बहुत जल्दी क्रोधित हो सकते हैं। मेष राशि वाले इतने ईमानदार और सीधे हो सकते हैं कि वे अपनी बातों से एक-दूसरे को ठेस पहुँचा सकते हैं। वे झूठ बोलने की बजाय सच को अधिक महत्व देते हैं, लेकिन इसके परिणामस्वरूप होने वाली बहस तीव्र हो सकती है।

Q. मेष व मेष राशि वाले जातक के स्वाभाविक गुणों में क्या-क्या समानता होती है?

An. वैसे तो इन जातकों के बीच संचार बिल्कुल स्पष्ट होता है। अपूर्ण रूप से वे व्याख्या के लिए कुछ भी नहीं छोड़ते हैं। लेकिन उनका यह रवैया  इन जातकों के बीच बहस का कारण बन सकता है। जब भी दो मेष राशि वाले जातक अपनी बात कर रहे होते हैं तो उनकी बातचीत तेज गति वाली व उत्तेजक होती है। ऐसे जातक एक साथ लगभग अपनी सारी बातें रख देते हैं। साथ ही ऐसे जातक भले, कितने ही बुद्धिमान क्यों न हों, वे सही होने की आवश्यकता के कारण जिद्दी स्वभाव के हो सकते हैं।

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