Mahashivratri | इस महाशिवरात्रि करें ये उपाय, शिव जी की होगी भरपूर कृपा, होंगे सभी कार्य

Mahashivratri Puja

Mahashivratri Puja

महाशिवरात्रि पूजा: प्रतिवर्ष भगवान शिव को प्रसन्न करने व उनकी कृपा प्राप्त करने हेतु शिव जी के लिए उनके भक्त हर वो कोशिश करते हैं; जिससे उनके जीवन में चल रही समस्याओं का अंत हो जाए।

 इस  (Mahashivratri 2023) को पूजा-अर्चना के लिए बहुत ही शुभ फलदायी माना जाता है। शिव रात्रि में की गई शिव पूजा से भगवान शिव को अति शीघ्र प्रसन्न किया जा सकता है।

पूरे वर्ष सम्पूर्ण भारत में शिव जी के इस विशेष दिन का सभी भक्त एवं श्रद्धालु पूरे साल बेसब्री से इंतजार करते हैं। मान्यता है कि इस दिन देवों के देव महादेव शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। अतः इस शिव पार्वती को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस उपलक्ष में सभी भक्त गण इस पवित्र दिन पर विशेष शिवरात्रि पूजा को भी अत्यंत महत्व देते हैं। महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर श्रद्धालु भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु व्रत के साथ-साथ साथ महाशिवरात्रि पूजा विधि को भी संपन्न करते हैं। जिससे वे भगवान शिव से अपनी सभी समस्याओं को खत्म करने की कामना करते हैं।

महाशिवरात्रि पूजा 

इस दिन भगवान शिव की पूजा-पाठ व आराधना के अलावा ज्योतिष में कुछ विशेष उपाय भी बताए गए हैं । ‘मंगल भवन’ के ज्योतिष विद्या में निपूर्ण आचार्य श्री भास्कर जी के द्वारा हम आपको कुछ विशेष उपाय के बारे में बताएँगे; जिससे आप अपनी महाशिवरात्रि पूजा विधि के साथ सम्मिलित कर अपने जीवन की समस्याओं से निजात प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में  जो आपको शुभ फल प्रदान कर, आपके सौभाग्य में वृद्धि करेंगे-

1.आय में वृद्धि हेतु- 

यदि आप अपने जीवन में आर्थिक संकट का सामना कर रहें हैं तो आप निम्न उपाय कर सकते है-

  • इस दिन शिव जी तथा माता पार्वती की पूजा के पश्चात आप मछलियों को आटे की बनी हुई गोलियां भी खिलाएं।
  • महाशिवरात्रि के पवित्र दिन शिवरात्रि पूजा हेतु आप अपने घर में पारद शिवलिंग की स्थापना भी कर सकते हैं। ज्योतिष में यह अत्यंत शुभ माना गया है।
  • पारद शिवलिंग की स्थापना के दौरान 108 बेलपत्र शिवलिंग पर अर्पित करें।
  • इस सभी उपायों को करने से आर्थिक संकट दूर होता है तथा वैभव की प्राप्ति होती है।

नोट- ध्यान रखें घर में पारद शिवलिंग की स्थापना के बाद उसकी प्रतिदिन पूजा करना आवश्यक होता है।

2.विवाह संबंधी बाधाएं हेतु महाशिवरात्रि पूजा 

महाशिवरात्रि का पर्व शिव जी और माता पार्वती के शुभ विवाह का पवित्र उत्सव है। इस दिन मांगलिक कार्य व विवाह में आ रही समस्याओं को दूर करने हेतु भी बहुत ही शुभ माना जाता है। आइए जानते ऐसे कुछ उपाय के बारे में-

  • जिन जातकों के विवाह में किसी प्रकार से कोई समस्या या विलंब हो रहा है; उन्हें महाशिवरात्रि के दिन पूजा के साथ-साथ व्रत भी रखना चाहिए।
  • माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव को केसर मिश्रित दूध अर्पित करने से विवाह के योग बनने लगते हैं।

3.सुख-समृद्धि व सौभाग्य हेतु महाशिवरात्रि पूजा 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आप अपने घर व जीवन में सुख-समृद्धि व सौभाग्य का वास चाहते हैं, तो शिवरात्रि के दिन पूजा-पाठ के साथ-साथ इस दिन आपको निम्न उपाय करना चाहिए-

  • घर के मुखिया को 14 मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव के संपूर्ण क्रिया विधि व रुद्राक्ष का विधि-विधान से पूजन कर धारण करना चाहिए।
  •  इस 14 मुखी रुद्राक्ष को आप गंगाजल से पवित्र व अभिषेक करके धारण करें।
  •  इसके साथ ही आप इस दिन बैल को हरी घास भी खिला सकते हैं।  इससे आप का मन भी शांत हो रहेगा।
Mahashivratri Puja
महाशिवरात्रि पूजा

किसी भी प्रकार की पूजा, अनुष्ठान व मांगलिक कार्य हेतु प्रयुक्त पूजा सामग्री आप हमारे ‘मंगल भवन’ से घर बैठे भी ऑर्डर कर सकते हैं। पूजा संबंधित अन्य जानकारी हेतु हमारे ज्योतिषाचार्यों से अभी संपर्क करें।

 शिवरात्रि हेतु पूजा विधि व पूजन सामग्री  

अपने घर पर इस महाशिवरात्रि ऐसे करें पूजा विधि-  

  • इस दिन घर में पूजा स्थान पर शुद्धता एवं सात्विकता का विशेष ध्यान रखें। 
  • महाशिवरात्रि के दिन प्रात:काल स्नान व पवित्र हो भगवान शिव का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लें। उसके बाद ही शिवरात्रि पूजा को आरम्भ करें।
  • इसके बाद भगवान शिव की मूर्ति, शिवलिंग या फोटो को बाजोट या पटे पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर स्थापित करें। इसके बाद मूर्ति या शिवलिंग को स्नान कराएं और यदि फोटो है तो उसे अच्छे से साफ करें।
  • अब भोलेनाथ के समक्ष धूप-दीप जलाने के बाद उन्हें चंदन या भस्म का तिलक करें। 
  •  शिव जी पूजा में प्रयुक्त पूजा सामग्री जैसे चंदन या भस्म लगाने के बाद उन्हें गंध, पुष्प, बिल्वपत्र, दूध, दही, केसर, धतूरा, आंकड़ा, हार आदि सामग्री उन्हें अर्पित करें। 
  • इसके बाद अब उन्हें प्रसाद या नैवेद्य (भोग) चढ़ाएं। ध्यान रखें कि भोग में नमक, मिर्च और तेल का प्रयोग न करें। खीर, हलवे या मिठाई का भोग लगा सकते हैं।
  • अंत में महादेव की आरती करें। जिस भी देवी या देवता के तीज त्योहार पर उनकी पूजा की जा रही है तो अंत में उनकी आरती कर नैवेद्य अर्पित कर पूजा को समाप्त किया जाता है।

कुछ सवाल तथा उनके जवाब – FAQ 



Q- क्या शिवरात्रि के दिन मछलियों को दाना खिलाना शुभ होता है?

An- हां, शिवरात्रि के दिन मछलियों को दाना खिलाना शुभ होता है।

Q- क्या शिवरात्रि के व्रत में फल आहार कर व्रत कर सकते हैं?

 An- हां, शिवरात्रि में आप अपनी यथा शक्ति अनुसार फल आहार पर व्रत रख सकते हैं।

Q- क्या शिवलिंग की पूजा विधि घर पर कर सकते हैं?

An- हां, शिवलिंग की पूजा विधि घर पर पूरे विधि-विधान से कर सकते हैं।

Q- क्या शिवजी जी की पूजा विधि में फलों का नैवेध रख सकते हैं?

An- हां, शिवजी की पूजा विधि में आप फलों का नैवेध रख सकते हैं।

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