साल 2025- गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन
ज्योतिष शास्त्र में साल 2025 एक बड़ा बदलाव लेकर आ रहा है। इस साल एक अहम ग्रह गोचर होने वाला है, जिसका असर सभी राशियों पर पड़ेगा। हम बात कर रहे हैं बृहस्पति ग्रह के राशि परिवर्तन की, जो 14 मई 2025 की रात 11:20 बजे वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा।
मिथुन राशि, बुद्धि और संवाद की राशि मानी जाती है, जिसकी स्वामी ग्रह बुध हैं। जब ज्ञान और विस्तार का कारक बृहस्पति इस चतुर और बोलचाल वाली राशि में आता है, तो शिक्षा, वाणी, कारोबार और सोचने के तरीके में बदलाव देखने को मिल सकता है।
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि इस गोचर का आपकी राशि पर क्या असर होगा? तो आइए मंगल भवन के इस लेख में जानते हैं कि बृहस्पति का यह परिवर्तन किस राशि के लिए क्या लेकर आएगा।
ज्योतिष में- गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन
वैदिक ज्योतिष में गुरु, बृहस्पति को बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है! जिस भी जातक की कुंडली में, बृहस्पति सकारात्मक प्रभाव में होते हैं तो, उस जातक की ज्ञान, धन, धर्म, और वैवाहिक जीवन को विवाह को बहुत ही सकारात्मक प्रभाव देते हैं! ज्योतिष की गणना के अनुसार, गुरु ग्रह एक राशि में लगभग 13 महीनों का समय व्यतीत करते हैं। लेकिन, अगर गुरु वक्री अवस्था में हैं तो ये समय और भी अधिक होता है! इतना ही नहीं, जब गुरु अपनी राशि परिवर्तित करते हैं तो, उसका प्रभाव केवल किसी एक क्षेत्र पर नहीं, बल्कि उस जातक के पूरे जीवन को प्रभावित करते हैं! जैसे- करियर, शिक्षा, वैवाहिक जीवन और आध्यात्मिक सफलता में भी गुरु बृहस्पति की महत्वपूर्ण भूमिका है! गुरु बृहस्पति धनु और मीन राशि के स्वामी बताएं गएँ हैं!
ऐसे में साल 2025 का यह गोचर कुछ विशेष महत्वपूर्ण होने वाला है! ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि, इस साल गुरु बृहस्पति तीन बार अपनी राशि परिवर्तित करेंगे! जो की एक बहुत ही, दुर्लभ और एकमात्र अनोखी खगोलीय घटना कहलाएगी। इस साल 14 मई 2025 को रात 11:20 बजे गुरु, वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर बुध की प्रभावशाली राशि में होने से वाणी , शिक्षा, और व्यापार के क्षेत्र को प्रभावित करेगा! इसके अलावा, मिथुन में गुरु बृहस्पति का प्रवेश कुछ राशियों के लिए सकारात्मक और सफलता के मार्ग खोलने वाला होगा, तो कुछ राशियों के लिए तो कुछ के लिए आत्ममंथन और कठिन दौर का सामना करने वाला समय हो सकता है! आगे लेख में हम गुरु बृहस्पति के गोचर का सही समय और तिथि के बारे में जानेगे!
कैसे होगा गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन- तिथि व समय
वर्ष 2025 में, गुरु बृहस्पति मई के महीने में मिथुन राशि में गोचर करने जा रहें है! जो कि, 19 अक्टूबर 2025 को दोपहर 12 बजकर 57 मिनट पर वे मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे! जहां वे अपनी उच्च अवस्था में होते हैं और इसी कर्क राशि में 11 नवंबर 2025 को सायंकाल 6 बजकर 31 मिनट पर बृहस्पति वक्री हो जाएंगे! इसी वक्री अवस्था में वें, 4 दिसंबर 2025 को रात 8 बजकर 39 मिनट पर मिथुन राशि में एक बार फिर प्रवेश करेंगे। इस प्रकार हमारे ‘मंगल भवन’ के ज्योतिष आचार्य जी का कहना है कि, वर्ष 2025 में, गुरु बृहस्पति वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि, फिर मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि और फिर कर्क राशि से निकलकर वक्री अवस्था में मिथुन राशि में गोचर करेंगे।
गुरु गोचर साल 2025- अस्त और उदित अवस्था
मिथुन राशि में गोचर
- तिथि- 9 जून 2025 को शाम 4 बजकर 12 मिनट से बृहस्पति अस्त अवस्था में होंगे!
- तिथि- 9 जुलाई 2025 को रात्रि 10 बजकर 50 मिनट पर उदित अवस्था में होंगे!
हमारे, विद्वान आचार्यों का मानना है कि गुरु के गोचर के दौरान उनका कुंडली के पहले, दूसरे, पांचवें और सातवें भाव में होना शुभता, आशावाद, धन, रचनात्मकता और सामंजस्यपूर्ण संबंध का सूचक माना जाता है! तो आइये जानते हैं बारह राशियों में गुरु का गोचर किस भाव में और कैसा प्रभाव देने वाला होगा! –
1. गुरु गोचर 2025- मेष राशि पर प्रभाव
साल 2025 में, गुरु बृहस्पति, मेष राशि के नौवे भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं और मिथुन राशि में बृहस्पति का गोचर होने से यह आपकी राशि से तीसरे भाव को प्रभावित करेगा! यानी आपके अंदर आलस की प्रवृत्ति आएगी! जो आपके कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करेगा! साथ ही, जीवन के अन्य क्षेत्रों में रुकावटों का सामना करना पड़ेगा इसलिए आपको इन समस्याओं से बचने के लिए अपना आलास को छोड़कर, अपने कम पर फोकस करना होगा! धार्मिक यात्राएं होंगी। व्यवसाय में सफलता के योग बनेंगे। 19 अक्टूबर को जब बृहस्पति कर्क राशि में कुछ समय के लिए आएंगे तो मेष राशि के लिए उनके परिवार में खुशियां और कोई मांगलिक कार्य होने का संकेत करेंगे! उपाय के लिए आपको गुरुवार के दिन ज्योतिष की सलाह से, उत्तम गुणवत्ता वाला पीला पुखराज या सुनहला रत्न सोने की मुद्रिका में धारण करने से लाभ होगा!
2. गुरु गोचर 2025- वृषभ राशि पर प्रभाव
ज्योतिष गणना के अनुसार, गुरु बृहस्पति का गोचर वृषभ राशि के लिए, उनकी कुंडली के दूसरे भाव को प्रभावित करेगा! यह भाव वृषभ राशि के धन, वाणी और पारिवारिक जीवन को प्रभावित करेगा! गुरु का यह गोचर आपके लिए धन लाभ के योग का कारण बनेगा! जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा करियर में समृद्धिआएगी! कार्यक्षेत्र में income के नए अवसर मिलेंगे! इतना ही नहीं, गुरु बृहस्पति के गोचर के दौरान आपकी वाणी में आकर्षण को बढ़ाएंगे! जिससे दूसरों के द्वारा आपकी बातचीत को सराहा जाएगा! कुल-मिलाकर, गुरु बृहस्पति के इस गोचर के दौरान वृषभ राशि को अपने विचारों और सपनों को साकार करने का समय मिलेगा! घर-परिवार में सुख-शांति का माहौल बहुत अच्छे से होंगे! कोई शुभ या मंगल कार्य होने के योग बन सकते हैं! उपाय के तौर पर गुरुवार के दिन गुरु ग्रह के मंत्रों का जाप करें और भगवान विष्णु से मंगलमय जीवन की प्रार्थना करें।
3. गुरु गोचर 2025 – मिथुन राशि पर प्रभाव
साल 2025 में गुरु बृहस्पति का गोचर, मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में, पहले भाव को प्रभावित करेगा, जिससे आपके आत्म-सुधार और खुद को बदलने की सकारात्मक प्रवृत्ति का विकास होगा! यानी, आप स्वयं की पहचान के लिए कार्य करेंगे! इसके साथ ही, आपके करियर में आगे बढ़ने और आपके व्यक्तिगत विकास को बढ़ाने के आपको अच्छे अवदार मिलेंगे! कुल-मिलाकर, यह समय आपके लिए, आत्म-विकास और नए रिश्तों को बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा! हालांकि, कुछ सम्बन्ध स्थाई नहीं होंगे, इसलिए किसी भी बातचीत के निर्णय के से थोड़ा रुक कर विचार जरूर करें उसके बाद ही निर्णय करें! ताकि गलतफहमियों और उनके negative प्रभाव से बचा जा सके। इसके अलावा, प्रमोशन, नौकरी में परिवर्तन या विदेश यात्रा के अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। इस गोचर के दौरान आप जो भी मेहनत करेंगे उसका फल आपको निश्चित रूप से मिलेगा! उपाय के तौर पर आप गुरुवार के दिन कोई भी पीली दाल का दान करें।
4. गुरु गोचर 2025- कर्क राशि पर प्रभाव
साल 2025, में, होने वाले बृहस्पति के गोचर का प्रभाव कर्क राशि के जातकों की कुंडली में, बारहवें भाव में बदलाव लेकर आएगा। ज्योतिष में, इस भाव को, अध्यात्म, विदेश यात्रा और खर्चों से सम्बन्धित बताया गया है! यानी आपकी इस गोचर के दौरान आध्यात्मिक रूप से सफलता और विदेश से जुड़े अवसर मिलने के अच्छे योग हैं! कुल-मिलाकर, यह समय आपके लिए, आत्म विकास और नए संबंध बनाने के लिए का एक अनुकूल समय होगा! हालांकि, स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ परेशानियाँ हो सकती हैं इसलिए सेहत का ध्यान रखने की सलाह है! विशेष रूप से, पाचन तंत्र, वजन बढ़ने और तनाव से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। साथ ही, नींद से जुड़ी परेशानियां या हार्मोनल असंतुलन भी हो सकता है, इसलिए खानपान के साथ हेल्दी lifestyle जैसे योग और ध्यान को भी दुन्च्र्य में अपनाएं! उपाय के लिए आप गुरुवार को गुरु ग्रह के मंत्रों का जाप करें और भगवान विष्णु की उपासना करें!
5. गुरु गोचर 2025 – सिंह राशि पर प्रभाव
साल 2025 में, गुरु का गोचर सिंह राशि वालों की कुंडली में, ग्यारहवें भाव को प्रभावित करेगा! ज्योतिष में यह भाव लाभ, इच्छाओं और मित्रताओं से सम्बन्धित होता है! यानी गोचर के दौरान आपको आर्थिक लाभ और income के नए अवसर मिल सकते हैं जो आपके future में आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा! साथ ही, यह समय आप आध्यात्मिक गतिविधियों में भी भाग लेंगे और खुद को मानसिक रूप से मजबूत करेंगे! हालांकि, कम के कारण आपको तनाव की स्थिति दिखाई देगी! साथ ही, यह समय आपके लिए नए लोगों से मेल-जोल बढ़ाने का भी समय होगा जो आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा! उपाय के लिए गुरुवार के दिन अपने किसी गुरु या शिक्षक से मिलकर उन्हें कोई उपहार या भेंट दे और उनका आशीर्वाद लें।
6. गुरु गोचर 2025 – कन्या राशि पर प्रभाव
साल 2025 में गुरु का गोचर, कन्या राशि वालों की कुंडली में, उनके दसवें भाव को प्रभावित करेगा! ज्योतिष की दृष्टि से, यह भाव करियर, सामाजिक मान-सम्मान और सफलता से जुड़ा होता है। यानी आपके लिए गुरु बृहस्पति यह गोचर आपके करियर में नई ऊंचाइयों को छूने के अवसर साबित होगा! साथ ही, आपको नौकरी में प्रमोशन, सैलरी में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने के अवसर भी मिल सकते हैं! कुल-मिलाकर, कानी राशि के लिए आर्थिक स्थिति मजबूत करने और income को बढ़ाने का यह एक एक बहुत अच्छा समय होगा! स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह समय आपके लिए अच्छा होगा और आप ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे! हालांकि, workload होने से बहुत आपकी एकाग्रता में कमी आ सकती है। परन्तु अपने लक्ष्य पर फोकस करना जरूरी है! उपाय के लिए ज्योतिष की सलाह से पीला पुखराज रत्न पहनना आपके लिए शुभ होगा!
7. गुरु गोचर 2025- तुला राशि पर प्रभाव
साल 2025, में मई माह में होने वाले गुरु बृहस्पति का गोचर का प्रभाव तुला राशि वालों की कुंडली में, नौवें भाव को प्रभावित करेगा! ज्योतिष में, यह भाव उच्च शिक्षा, अध्यात्म, लंबी यात्राएं और भाग्य के बारे में जानकारी देता है! यानी आपके लिए गिरू का यह गोचर, आपकी प्रोफेशनल लाइफ में नई सफलता का कारक बनेगा! साथ ही, उच्च शिक्षा के भी आपको अच्छे अवसर मिलेंगे! कुल-मिलाकर आपके लिए गुरु के इस गोचर से आपको, भाग्य का पूरा साथ मिलेगा, जिससे करियर में आगे बढ़ने के अच्छे अवसर मिल सकते हैं। हालांकि, भौतिक सुख-सुविधाओं में अधिक रुचि लेंगे! जिससे आर्थिक असंतुलन या स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी हो सकती है! लेकिन, गोचर के प्रभाव से आपके मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी! उपाय के लिए प्रतिदिन, केसर का तिलक करें!
8. गुरु गोचर 2025 – वृश्चिक राशि पर प्रभाव
साल 2025 में गुरु का गोचर, वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में आठवें भाव को प्रभावित करेगा! ज्योतिष की दृष्टि से यह भाव जो परिवर्तन, गुप्त ज्ञान, साझा संपत्ति और विरासत से संबंधित भाव होता है! यानी आपके लिए, गोचर का यह समय विरासत, संयुक्त निवेश या साझेदारी से आर्थिक लाभ के अवसर देने वाला होगा! साथ ही, यह समय आपकी यह फाइनेंशियल growth और निवेश के लिए अच्छा रहेगा। हालांकि, मानसिक तनाव, चिंता और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं, इसलिए सेहत का ध्यान रखना जरूरी होगा। रिश्तों में विश्वास और पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक होगा, वरना गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। वालों को भरोसेमंद संबंध बनाने पर ध्यान देना चाहिए। उपाय के लिए गुरुवार के दिन जितना संभव हो “ॐ” का जाप करें।
9. गुरु गोचर 2025- धनु राशि पर प्रभाव
साल 2025 में, गुरु का गोचर धनु राशि के जातकों की कुंडली में, सातवें भाव को प्रभावित करेगा! जो विवाह, साझेदारी और व्यापारिक संबंधों की जानकारी देता है।यानी आपके लिए, गोचर का यह समय व्यापार और साझेदारी से आर्थिक लाभ मिलने की संभावना को लेकर आएगा! यह समय आपके लिए साझेदारी में निवेश के लिए शुभ रहेगा, जिससे अच्छी वित्तीय वृद्धि और आर्थिक लाभ होगा! कुल-मिलाकर दूसरों के साथ आपको मिलकर काम करने से अधिक लाभ होगा! जिससे आप एक-दूसरे के जरूरी संसाधनों का बेहतर तरीके से उपयोग कर पाएंगे। बृहस्पति गोचर 2025 का प्रभाव न केवल भौतिक बल्कि आध्यात्मिक और भावनात्मक रूप से भी महसूस होगा, जिससे आंतरिक विकास के अवसर मिलेंगे। उपाय के लिए गुरुवार को नहाने के पानी में हल्दी की एक चुटकी मिलाकर स्नान करने से लाभ होगा!
10. गुरु गोचर 2025- मकर राशि पर प्रभाव
साल 2025, में, गुरु बृहस्पति का गोचर मकर राशि की कुंडली में, उनके छठवें भाव को प्रभावित करेगा! यह भाव जातक के स्वास्थ्य, कार्यस्थल और दैनिक दिनचर्या की जानकारी देता है! यानी गुरु का गोचर, इस दौरान आपके कार्यस्थल पर सहकर्मियों और साथियों के साथ आपके अच्छे सम्बन्ध बनाये रखने में सहायता करेगा! जो आपके लिए और काम के लिए एक सकारात्मक पहलू होगा! साथ ही, सामाजिक मेल-जोल भी बढ़ेगा और रिश्तों में मधुरता आएगी। सेहत अच्छी होगी! और जीवनशैली में भी सुधार होगा! कुल-मिलाकर, आर्थिक रूप से यह समय आपके लिए स्थिरता लाने वाला रहेगा, साथ ही आय में भी वृद्धि होगी जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी! उपाय के लिए गुरुवार के दिन 108 बार “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः” मंत्र का जाप करने से लाभ होगा!
11. गुरु गोचर 2025- कुंभ राशि पर प्रभाव
साल 2025 में गुरु बृहस्पति का गोचर कुम्भ राशि के जातकों की कुंडली में, पांचवे भाव को प्रभावित करेगा! ज्योतिष की दृष्टि से यह भाव जातक के रचनात्मकता, प्रेम, संतान और सट्टा में निवेश से सम्बन्धित जानकारी देता है! यानी गोचर के दौरान शेयर मार्केट, निवेश और जोखिम भरे कार्यों से आर्थिक लाभ मिलने की आपके लिए अच्छी संभावना है! लेकिन सोच-समझकर निर्णय करें होने वाले नुकसान से बच सकते हैं! इसके साथ ही, संतान से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे! परिवार में शुभ कार्य या मांगलिक पूजा होने योग हैं! love life में रोमांस बढ़ेगा और नए प्रेम संबंध बनने की संभावना होंगी! कुल-मिलाकर आपके लिए यह समय नई और रचनात्मक परियोजनाओं के साथ खुद का आत्म-विकास करने का अच्छा समय होगा! उपाय के लिए गुरुवार के दिन भगवान गणेश की आराधना करें और उन्हें पीले रंग की मिठाई का भोग अर्पित करने से सभी कार्य बनेंगे!
12. गुरु गोचर 2025 – मीन राशि पर प्रभाव
साल 2025, में, गुरु का गोचर मीन राशि के जातकों की कुंडली में, चौथे भाव को प्रभावित करेगा! यह भाव घर, परिवार, संपत्ति और मानसिक शांति से सम्बन्धित जानकारी देता है! यानी आपके लिए, प्रॉपर्टी से जुड़े कार्यों और घरेलू business से संबंधित कार्यों में आपको नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। यदि आप रियल एस्टेट या घर से जुड़े किसी व्यवसाय में निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत लाभदायक हो सकता है। साथ ही, गुरु बृहस्पति के इस गोचर से आपको मानसिक रूप से अधिक स्थिरता और सुरक्षा महसूस होगी! हालांकि, तनाव और चिंता से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं, इसलिए खुद को मानसिक रूप से बहुर strong रखना होगा! उपाय के लिए आपको गुरुवार के दिन गुरु के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए।
FAQS\अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q. साल 2025 में, गुरु बृहस्पति का गोचर कब होगा?
An.साल 2025 में ग्रहों में सबसे बड़ा राशी परिवर्तन! जो, 14 मई 2025 को रात 11:20 पर होने वाला है! गुरु का गोचर जो कि, वृषभ राशि को छोड़कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।
Q. गुरु एक राशि में कितने दिनों तक रहते हैं?
An. ज्योतिष की गणना के अनुसार, गुरु ग्रह एक राशि में लगभग 13 महीनों का समय व्यतीत करते हैं। लेकिन, अगर गुरु वक्री अवस्था में हैं तो ये समय और भी अधिक होता है!
Q. गुरु बृहस्पति के लिए कौन सी राशियां हैं?
An. ज्योतिष में गुरु बृहस्पति को धनु और मीन राशि के स्वामी बताएं गएँ हैं!
Q. गुरु के गोचर कौन कौन से भाव में होना शुभ फल दायक होता है?
An. गुरु के गोचर के दौरान उनका कुंडली के पहले, दूसरे, पांचवें और सातवें भाव में होना शुभता, आशावाद, धन, रचनात्मकता और सामंजस्यपूर्ण संबंध का सूचक माना जाता है!