कुछ राशियां, जो हर निर्णय पर करती है अधिक सोच-विचार
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राशि चक्र की कुछ राशियां ऐसी होती हैं जो, अपने हर निर्णय पर सबसे अधिक सोच-विचार करती हैं! यानी कुछ राशि चिन्हों में ऐसे गुण होते हैं जो, उन्हें हर स्थिति को सबसे छोटे विस्तार से समझने की सहज प्रवृत्ति प्रदान करते है। आज के इस ‘मंगल भवन’ के लेख में, हम मेष से लेकर कन्या राशि तक इन बारह राशियों में, कुछ ऐसी विशेष राशियों के बारे में बात करेंगे जो, अपनी अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन करती हैं, जिसके कारण वे सबसे सरल और छोटे-छोटे मामलों को भी बहुत गहराई से विच्छेदित और छानबीन कर फिर निर्णय लेती हैं। तो, आइए जानें कुछ ऐसी राशियों के बारे में, जिनमें बहुत अधिक सोचना और हर छोटे-छोटे मामलों की गहराई से जांच करने के गुण पाए जाते हैं-
ज्योतिष में- अधिक सोच-विचार करने वाली राशियां
कुंभ राशि- अत्यधिक सूझबूझ
राशि चक्र के सबसे अलग और श्रेष्ठ विचारों वाले कुंभ राशि के जातक जीवन के प्रति अपने सजग, बौद्धिक और अभिन्न नए दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। न्याय के देवता शनि देव इस राशि के स्वामी कहलाते हैं अतः इस राशि के जातकों में, तर्कसंगत और अलग दृष्टिकोण से निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता होती है। इस राशि के जातकों में यह विशेषता होती है,वे विभिन्न सैद्धांतिक परिदृश्यों और भविष्य के निहितार्थों पर निर्णय करते समय बहुत अधिक सोच-विचार करते हैं। साथ ही, कुंभ राशि के जातक स्वयं को, विश्लेषण के चक्कर में फंसा हुआ महसूस करते हैं! और हर संभावित परिणाम का अनुमान लगाने के साथ-साथ पक्ष-विपक्ष को बड़े पैमाने पर तौलने की कोशिश करते हैं।
कन्या राशि- विश्लेषणात्मक
ज्योतिष शास्त्र में, कन्या राशि जो कि बुध ग्रह के द्वारा शासित होती है और यह एक पृथ्वी राशि मानी गई है! इस राशि के जातक अपने जीवन के हर पहलू को सुलझाने में बहुत ही तीव्र होते हैं। इसके साथ ही, छोटे-छोटे निर्णय लेने की बात हो या या जीवन के विशेष और बड़े विकल्प को चुनने कन्या राशि के लोग हर विवरण का विश्लेषण और विश्लेषण करते हैं और अक्सर खुद को अति-विश्लेषण के जाल में फँसा लेते हैं। इसके अलावा, उनकी विश्लेषणात्मक प्रकृति उन्हें उनके द्वारा किए जाने वाले हर काम में लगातार पूर्णता और व्यवस्था की तलाश करने के लिए उत्सुक बनाती है। वे कोई भी योजना बड़ी ही सावधानीपूर्वक बनाते हैं और अपने कार्यों को व्यवस्थित ढंग से संचालित करते हैं। लेकिन कभी-कभी, पूर्णता के लिए उनकी यह खोज उनके लिए पतन का कारण भी बन सकती है! क्योंकि वे अक्सर स्वयं को विश्लेषण करने में खो देते हैं, और निर्णय के पीछे की बड़ी तस्वीर देखने से वंचित रह जाते हैं। अतः ज्योतिष की सलाह में, अधिक विचार करने की स्थिति से दूर रहें!
वृश्चिक राशि- गहरे विचारक
वृश्चिक राशि के जातक अपने विचारों का निरंतर विश्लेषण करते रहते हैं, जिससे उन्हें, अक्सर मानसिक तनाव की स्थिति का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही, scorpio जातक का मुख्य लक्ष्य अपने कार्यों के पीछे अंतर्निहित उद्देश्यों और अर्थों को समझने की गहराई से होता है! अपनी अत्यधिक सोचने की प्रवृत्ति के कारण वृश्चिक राशि के जातक जुनूनी रूप से अपने स्वयं के निर्णयों पर सवाल भी उठाते हैं। और लगातार सोचते रहते हैं कि; कहीं उनका निर्णय गलत तो नहीं है। इस कारण वे अक्सर अन्दर ही अन्दर बेचैनी की भावना से पीड़ित रहते हैं! क्योंकि वे अपने बढ़ते विचारों को कहीं न कहीं शांत करने में असमर्थ रहते हैं। कहा जाता है कि बहुत अधिक सोच-विचार करना किसी भी जातक के लिए अच्छा नहीं होता है, अतः आवश्यकता के अनुरूप ही विचार करें और अधिक सोचने से बचे।
मिथुन राशि- बहुमुखी
मिथुन राशि, बुध ग्रह द्वारा शासित एक वायु राशि है, जो हर चीज को पलट देती है। उनकी विचार प्रक्रिया निरंतर है, विभिन्न संभावनाओं और परिदृश्यों के माध्यम से लगातार मंथन करती रहती है। एक विचार से दूसरे विचार में आसानी से संक्रमण करते हुए, मिथुन राशि का अति सक्रिय दिमाग उनके लिए शांति और शांति पाना मुश्किल बना सकता है। मिथुन राशि के लोग परिस्थितियों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर विश्लेषण करने में माहिर होते हैं। वे संभावित परिणामों पर विचार करते हुए सावधानीपूर्वक हर पहलू का विश्लेषण करते हैं। उनका दिमाग लगातार दौड़ रहा है, तेज की गति से एक विचार से दूसरे विचार में जा रहा है। बहुत ज्यादा सोचना जातक के लिए अच्छा नहीं होता है, इसलिए आपको इससे बचना चाहिए।न सम्बन्धी जानकारी के अलावा, हम भौतिक संसार और सुख की उन सभी चीजों को भी कुंडली के इस दूसरे भाव में महत्वपूर्ण समझा जाता है। इतना ही नहीं, ज्योतिष शास्त्र में यह भाव बहुत महत्वपूर्ण होता है। चूंकि, इस भाव में, धन और भौतिक सुख के मामले शामिल होते हैं अतः इस भाव पर, शुक्र ग्रह का शासन होता है जो इस भाव के प्रभाव और अधिक बढाता है।
मीन राशि- अत्यधिक भावुक
मीन राशि, राशि चक्र की बारहवीं और अंतिम राशि है, जो अपने निर्णय से हर परिस्थिति को बदलने में सक्षम होते हैं। इस राशि के जातक किसी भी गतिविधि का निरंतर विश्लेषण करते हैं! और अक्सर अपने विचारों और भावनाओं के जाल में फंस जाते हैं। इसके साथ ही, इस राशि के जातकों का किसी भी निर्णय की गहराई तक जाने का स्वाभाविक झुकाव होता है, उन्हें अपनी पसंद और कार्यों पर सवाल उठाते पाया जाता है। इतना ही, नहीं वे दूसरों के साथ बातचीत की भी जाँच-पड़ताल करते हैं, और उनके पीछे के अर्थों की खोज करते हैं। ज्योतिष की सलाह में, अधिक सोच-विचार से बचना चाहिए।
कर्क राशि- भावनात्मक
ज्योतिष में, कर्क राशि एक बहुत ही भावुक राशि चिन्ह के रूप में मानी गई है! इस राशि के जातकों का अधिक ध्यान हर चीज को परिवर्तित करने में होता है। साथ ही, वे लगातार हर स्थिति का विश्लेषण बहुत सोच-समझ कर करते हैं। इस प्रकार, उनका निरंतर विचार करते हुए निर्णय तक नहीं पहुंचना उनके लिए एक चिंता का विषय बन जाता है। कर्क राशि एक जल तत्व राशि है जो, अत्यधिक सोचने की प्रवृत्ति के लिए जनि जाती है। कर्क राशि का गहरा भावनात्मक संबंध उन्हें इस गहन भागीदारी के कारण हर संभव परिणाम पर विचार करने के लिए अधिक उत्सुक बनाता है। जिसमें वे हर विवरण का विश्लेषण गहराई से करते हैं और विभिन्न परिदृश्यों पर बहुत अधिक विचार करते है।
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मकर राशि
ज्योतिष में, मकर राशि एक पृथ्वी राशि है! जो कि, जीवन के हर पहलू पर बहुत सोच-विचार करने के लिए जाने जाते हैं। इस राशि के जातकों उनकी गहन चिंतन और विश्लेषण की ओर स्वाभाविक झुकाव होता है। इन जातकों को अक्सर उनकी सहजता और अपनी विचारक क्षमता से दूसरे के निर्णय पर विचार करते हुए देखा जाता है। इस कारण मकर राशि के जातक खुद को, अक्सर अपने दिमाग की भूलभुलैया और कशमकश में खोया हुआ पाते हैं। इस राशि के जातक अपने दिन की शुरुआत किसी भी विकल्प पर विचारों की झड़ी के साथ करते हैं और बड़ी ही सावधानीपूर्वक अपने अगले चरण की योजना बनाते हैं।
तुला राशि- अनिर्णायक
तुला राशि एक वायु प्रधान राशि है! जो की भौतिक सुख के कारक, शुक्र द्वारा शासित है, इस राशि के जातक, हर चीज को अपनी निर्णय करने की श्रेष्ठ क्षमता के लिए जाने जाते हैं। इतना ही नहीं, कोई भी निर्णय वे सावधानीपूर्वक और विश्लेषणात्मक रूप से अपने विचारों पर गहराई से मंथन करके ही करते हैं। हर निर्णय का अच्छे से मूल्यांकन और विचार-विमर्श करते हैं, इस कारण उन्हें अनिर्णायक होने का नाम दिया जाता है। तुला जातकों को ज्योतिष में, संभावित परिणामों पर जुनूनी रूप से विचार करने के लिए जाना जाता है। एस राशि के जातक, किसी भी विकल्प का चयन करने से पहले सावधानीपूर्वक प्रत्येक विवरण का विश्लेषण रूप से अध्ययन करते हैं। साथ ही, वे लगातार अपने कार्यों, विचारों और अपनी भावनाओं पर भी सवाल उठाने में, संकोच नहीं करते हैं। ना मुश्किल हो सकता है। ऐसे जातक अपना अधिकांश समय अपने परिवार और प्रियजनों के साथ बिताना पसंद करते हैं।
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के माध्यम से हमने कुंडली के दूसरे भाव के के बारे में जाना! जो कि धन और संपत्ति से संबंधित है यानी कुल-मिलाकर जातक की भविष्य में प्राप्त धन संपदा और पूर्वजों से मिलने वाली धन संपदा की जानकारी कुंडली के दूसरे भाव से मिलती है। साथ ही, इसमें मुख्य रूप से जीवन में मूल्यवान चीजों के बारे में भी जानकारी शामिल है। ज्योतिष में यह ‘संपत्ति का घर’ या ‘धन भाव’ कहलाता है। साथ ही हमने दूसरे भाव में नवग्रहों के अनुरूप उपाय और विभिन्न राशियों के दूसरे भाव में व्यवहार के बारे में भी जाना।
FAQS\ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q. मिथुन राशि की सोच-विचार की शक्ति कैसी होती है?
An. मिथुन राशि, बुध ग्रह द्वारा शासित एक वायु राशि है, जो हर चीज को पलट देती है। उनकी विचार प्रक्रिया निरंतर है, विभिन्न संभावनाओं और परिदृश्यों के माध्यम से लगातार मंथन करती रहती है।
Q. क्या, कुंभ राशि के जातक अच्छे निर्णायक नहीं होते हैं?
An. नहीं, राशि चक्र के सबसे अलग और श्रेष्ठ विचारों वाले कुंभ राशि के जातक जीवन के प्रति अपने सजग, बौद्धिक और अभिन्न नए दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। न्याय के देवता शनि देव इस राशि के स्वामी कहलाते हैं अतः इस राशि के जातकों में, तर्कसंगत और अलग दृष्टिकोण से निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता होती है।
Q. क्या, वृश्चिक राशि के जातक अधिक सोच-विचार और विश्लेषण करते हैं?
An. हां, वृश्चिक राशि के जातक अपने विचारों का निरंतर विश्लेषण करते रहते हैं, जिससे उन्हें, अक्सर मानसिक तनाव की स्थिति का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही, scorpio जातक का मुख्य लक्ष्य अपने कार्यों के पीछे अंतर्निहित उद्देश्यों और अर्थों को समझने की गहराई से होता है!
Q. तुला राशि सोच-विचार में कैसी होती है?
An. तुला राशि एक वायु प्रधान राशि है! जो की भौतिक सुख के कारक, शुक्र द्वारा शासित है, इस राशि के जातक, हर चीज को अपनी निर्णय करने की श्रेष्ठ क्षमता के लिए जाने जाते हैं। इतना ही नहीं, कोई भी निर्णय वे सावधानीपूर्वक और विश्लेषणात्मक रूप से अपने विचारों पर गहराई से मंथन करके ही करते हैं।