मिथुन-कर्क राशि में अनुकूलता- वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मिथुन और कर्क राशि के जातकों में हमेशा से ही एक चुंबकीय आकर्षण रहता है। स्वभाव और प्रकृति से मिथुन राशि के जातक एक कुशल और साहसी प्रेमी बनते है। वहीं कर्क राशि का स्वभाव बहुत ही सहज होता है। यदि हम मिथुन और कर्क के साथ आने की बात करें तो, यहाँ कर्क राशि के लोग, मिथुन के लिए थोड़े भावनात्मक होते हैं। रिलेशनशिप के दौरान कर्क जातक, विनम्र भूमिका निभाना पसंद करते है; जो मिथुन को को सहज उनकी ओर आकर्षित करता है। आज के इस ‘मंगल भवन’ के लेख में, हमने, मिथुन-कर्क राशि के बीच अनुकूलता के कुछ विशेष पहलुओं के बारे में, विस्तार से जानकारी देने का प्रयास किया है। आशा करते हैं लेख में दी गई जानकारी आपको, पसंद आए-
मिथुन-कर्क राशि में अनुकूलता
रिश्ता कोई भी हो, चाहे दोस्ती या प्रेम। यह एक ऐसा खूबसूरत एहसास है, जिसे हर कोई चाहता है। इसके साथ ही कोई भी अपने दोस्त या अपने प्रेमी को हमेशा अपने पास रखने की चाह रखता हैं। फिर भी एक समय के बाद मुकाम पर आकर रिश्तों में दूरियां आने लग जाती है। ऐसा क्यों होता है? क्या इसके लिए ग्रह या अनुकूल राशि जिम्मेदार होती हैं? इसलिए ज्योतिष शास्त्र में, राशियों के साथ उनकी मैच की या अनुकूल राशि की बहुत बारीकी से जांच पड़ताल अपने स्तर पर की जाती है। जो की आम लोगों के मन में उठने वाले इन सभी सवालों का जवाब है। इस प्रकार, मिथुन के साथ कर्क राशि में भी रिश्तों और संबंधों को लेकर, अनुकूलता दर्शायी जा सकती है। तो चलिए- आगे हम पढ़ते हैं, मिथुन और कर्क राशि के बीच संबंधों में कितनी अनुकूलता है।
मिथुन-कर्क राशि में प्रेम अनुकूलता
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मिथुन और कर्क राशि, राशिचक्र में दो पड़ोसी राशियां हैं। और सामान्य तौर पर इन दोनों ही, राशियों में अनुकूलता का स्टार बहुत संतुष्टि जनक माना जाता है। जहां तक मिथुन और कर्क राशि के साथ होने के बारे में बात करें तो, दोनों के रिलेशन में बहुत अधिक सकारात्मक संभावनाएं होती हैं। इसके साथ ही उनका प्रेम जीवन भी अच्छा व्यतीत होता है। दोनों ही राशियों को, हास्य सम्बन्धी गतिविधियों में रुचि होती है।
जिसके चलते वे दोनों साथ में खूब मस्ती-मजा और आनंद का अनुभव करते हैं। इतना ही, नहीं कर्क राशि के लोग मिथुन राशि के कार्यों व ज्ञान की हमेशा सराहना करते हैं। दोनों के पास बातचीत करने के बहुत से टॉपिक होते हैं। जीवन या परिवार में चल रही छोटी-मोटी परेशानियों को दोनों ही अपने प्रेम भरे रिश्ते पर हावी नहीं होने देते और उसे अपने श्रेष्ठ स्टार पर हल करने का प्रयास करते हैं। प्रेम से अधिक मिथुन राशि और कर्क राशि के बीच दोस्ती का सम्बन्ध अधिक सुरक्षित और लम्बे समय तक चलता है।
मिथुन-कर्क राशि में अनुकूलता: संबंध के सकारात्मक पक्ष
ज्योतिष की गणना के अनुसार, मिथुन और कर्क राशियों में अनुकूलता के बीच सम्बन्ध बहुत आकर्षक और दिलचस्प होते हैं। क्योंकि उनका आपस में एक अनोखा सम्बन्ध होता है; जो की उनके जीवन में उन्हें खुशियों से रूबरू करा सकता है। कर्क राशि का मुख्य स्वभाव होता है कि, वह अपने करीबी और प्रिय का बहुत ध्यान रखते हैं। इसके विपरीत, मिथुन राशि का चंचल स्वभाव, कर्क राशि के लोगों को, आहत कर सकता है।
मिथुन, राशि हमेशा ही, कर्क जातकों को सामाजिक जीवन के प्रति खुलकर रहने के लिए सहायता करता है। इसके साथ ही, कर्क जातक भी हमेशा मिथुन के चंचल स्वभाव को स्थिर बनाए रखने में लगे रहते हैं। दोनों ही राशियों का बौद्धिक स्तर बहुत तीव्र होता है। अतः उनका आपसी संवाद बहुत अच्छे से होता है। मिथुन और कर्क दोनों ही अपने सपनों में जीने में विश्वास करते हैं। उनका रचनात्मक स्तर उन्हें मनोरंजक होने में सक्षम बनाता है। पारिवारिक मामलों में, मिथुन और कर्क राशि लोग एक-दूसरे को जानने और समझने की पूरी क्षमता रखते हैं।
संबंध के नकारात्मक पक्ष
ज्योतिष के अनुसार, मिथुन और कर्क राशि में, कुछ असमानताएं भी होती है। उनका किसी भी समस्या को सुलझाने का अपना अलग नजरिया है। कर्क कार्रवाई करने में अधिक विश्वास रखते हैं, जबकि मिथुन जातक बोले हुए शब्दों पर अधिक जोर देते हैं। स्वभाव से भी ये दोनों राशियां अलग-अलग है, जो कि मिथुन और कर्क राशि के अनुकूल पक्षों में चुनौतियों का कारण बन सकता है। इसके साथ ही, जहाँ मिथुन राशि को परिवर्तन पसंद है, वहीं कर्क को आराम, सुरक्षा और उदासीनता पसंद है। वे रूढ़िवादी होते हैं। मिथुन राशि का अपना एक बढ़ा फ्रेंड सर्कल होता है, और वें अपना जीवन, मस्ती में, जीवन जीते हैं जिससे, कर्क में अकेलेपन की भावना का आना स्वभाविक है। इसके साथ ही, मिथुन राशि को भी, को कर्क के घर-घुसरे बने रहने की आदत पसंद नहीं है। अतः दोनों को साथ चलने के लिए कई समझौते और छोटी-बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं।
मिथुन-कर्क राशि में वैवाहिक अनुकूलता
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मिथुन और कर्क राशि मिलकी जोड़ी एक विचित्र जोड़ी कहलाती है। जो अक्सर वैवाहिक बंधन में बंधने के बाद परिवर्तित हो जाता है। उनके रिश्ते में विशेष पलों की अधिकता होती है और सुस्त पल बहुत कम होते हैं। दोनों ही राशियों को, बच्चों बहुत पसंद होते हैं। अतः माता-पिता के रूप में, वे अपने दायित्वों का निर्वाह सफलतापूर्वक पूरा करते हैं। इसके साथ ही, मिथुन और कर्क राशि के वैवाहिक जीवन का सबसे विशेष पक्ष यह है कि जब वें एक-दुसरे के साथ रहने का निर्णय लेते हैं तो, उसे आखरी तक निभाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं।
दोनों एक-दूसरे की कमजोरियों को अच्छे से, समझते हैं। इसलिए उनके बीच बहस की संभावना भी बहुत कम होती है। मिथुन और कर्क राशि अपने जीवन को बहुत उत्साह, मस्ती, मजाक के साथ जीने का आनंद लेते हैं। कर्क राशि हमेशा मिथुन राशि को शांत करने और उनकी आंतरिक भावनाओं से जुड़ना पसंद करते हैं; एसे जातक आवश्यकता पड़ने पर जीवन को गंभीरता से लेने में भी पीछे नहीं हटते हैं।
यह भी पढ़े- मिथुन-मिथुन राशि में अनुकूलता, दो समान राशियों में होगा, कैसा संयोजन
कर्क पुरुष और मिथुन महिला के संबंधों की विशेषता
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कर्क पुरुष और मिथुन महिला के बीच प्रेम अनुकूलता में, एक बहुत ही, सुहाना सफर होता है। वे जीवन के हर मोड़ पर एक-दुसरे के साथ बहुत सुंदर यात्रा का अनुभव लेते हैं। क्योंकि, वे दोनों ही राशियाँ राशिचक्र की सबसे अधिक भावनात्मक राशियों में से एक है। दूसरी ओर, मिथुन राशि का शासक ग्रह, बुध ग्रह है। जिसे देवताओं के दूत के नाम से जाना जाता है। जो जातक के जीवन में, विचारों के प्रभावी संचार कौशल और बुद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। कर्क राशि पर जल तत्व का शासन है। जो उन्हें सदैव बहने की प्रेरणा देता है। जबकि मिथुन राशि की महिला पर वायु तत्व का शासन होता है, ऐसे जातक, बहुत मजाकिया और बौद्धिक होते हैं।
कर्क राशि के पुरुष बहुत भावुक होते हैं। ऐसे लोग बहुत दूसरों के साथ भी बहुत करुणा से रहते हैं। ये लोग अपने विचारशील और अंतर्ज्ञान में अधिक विश्वास करते हैं। वह बहुत परवाह करता है। जबकि, मिथुन राशि की महिला स्वभाव से भावुक होती है। इसके साथ ही, वे स्वभाव से बौद्धिक, स्मार्ट, मज़ेदार होने के गुणों को आत्मसात करने वाली होती है। अपने इन्हीं गुण के कारण वें जहाँ भी कार्य करती है, वहां का माहौल बहुत, खुशनुमा बनाए रखती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न–FAQ
Q. कर्क और मिथुन राशि के कितने गुण मिलते हैं?
An. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मिथुन और कर्क राशि के जातकों में हमेशा से ही एक चुंबकीय आकर्षण रहता है। स्वभाव और प्रकृति से मिथुन राशि के जातक एक कुशल और साहसी प्रेमी बनते है। वहीं कर्क राशि का स्वभाव बहुत ही सहज होता है।
Q. क्या मिथुन और कर्क के अनुकूल मित्र हैं?
An. रिश्ता कोई भी हो, चाहे दोस्ती या प्रेम। यह एक ऐसा खूबसूरत एहसास है, जिसे हर कोई चाहता है। इसके साथ ही कोई भी अपने दोस्त या अपने प्रेमी को हमेशा अपने पास रखने की चाह रखता हैं। फिर भी एक समय के बाद मुकाम पर आकर रिश्तों में दूरियां आने लग जाती है।
Q. मिथुन और कर्क राशि में प्रेम अनुकूलता कैसी है?
An. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मिथुन और कर्क राशि, राशिचक्र में दो पड़ोसी राशियां हैं। और सामान्य तौर पर इन दोनों ही, राशियों में अनुकूलता का स्टार बहुत संतुष्टि जनक माना जाता है। जहां तक मिथुन और कर्क राशि के साथ होने के बारे में बात करें तो, दोनों के रिलेशन में बहुत अधिक सकारात्मक संभावनाएं होती हैं।
Q. क्या कर्क राशि वाले बुद्धिमान होते हैं?
An. कर्क राशि के जातक, मजबूत और भावनात्मक बुद्धि वाले होते हैं। दूसरों के प्रति सहानुभूति रखने वाले होते हैं। वे दृढ़ निश्चयी होने के साथ-साथ अक्सर रचनात्मक दिमाग रखने वाले होते हैं। लेकिन कभी-कभी मूड में बदलाव और ज्यादा सोचने के शिकार हो सकते हैं।