Cancer and Libra Zodiac Compatibility | कर्क-तुला राशि में अनुकूलता क्या,  होगा प्रेम जीवन में सही तालमेल

कर्क-तुला राशि में अनुकूलता

कर्क-तुला राशि में अनुकूलता- वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कर्क और तुला राशि चक्र सबसे रोमांटिक और इमोशनल (भावनात्मक) राशियां कहलाती है। दोनों राशियों को एक-दूसरे के साथ समय बिताना पसंद होता है। उनके अपने व्यक्तिगत गुणों में कई प्रकार की असमानताएं होती हैं। इसके साथ ही,  तुला और कर्क के बीच प्रेम के मामलों में अनुकूलता औसत होती है और उनके बीच संबंधों में अच्छा तालमेल और संतुलन रहता है। आज के इस ‘मंगल भवन’ के लेख में हमारे अनुभवी आचार्यों की विशेष गणना कर्क और तुला राशि के बीच अनुकूल पक्षों पर की गई है। आशा करते हैं, पाठकों हेतु लेख में दी गई जानकारी उपयुक्त सिद्ध हो- 

  1. शासक ग्रह 

कर्क-चन्द्रमा ,    तुला- शुक्र 

  1. सम्बंधित तत्व 

कर्क-  जल तत्व,    तुला- वायु              

  1. विशेष गुण 

कर्क-  कार्डिनल,    तुला- कार्डिनल              

  1. शक्तिशाली गुण 

कर्क-  संवेदनशील एवं सहानुभूति,    तुला- संतुलित           

  1. कमजोर गुण  

कर्क- आंतरिक मन स्थिति,   तुला- अनिर्णय की कमजोर स्थिति  

  1. अनुकूलता का प्रतिशत- 24%

कर्क और तुला राशि के जातकों में प्रेम अनुकूलता कुछ विशेष अच्छी नहीं होती है। उनके बीच होने वाले मतभेद, इसका मुख्य कारण होते हैं। कर्क राशि के जातक भावुक होते हैं। दूसरी ओर, तुला राशि के जातक स्वतंत्रता को महत्व देते हैं। एस प्रकार यह, उनका विरोधाभासी स्वभाव एक-दूसरे से टकरा सकता है। और कर्क-तुला के बीच प्रेम अनुकूलता को कम कर सकता है और दोनों के बीच झगड़े का कारण बनता है। साथ ही, उनकी अलग-अलग संचार शैली और निर्णय लेने के दृष्टिकोण में बी ही बहुत अंतर पाया जाता है।

ज्योतिषीय सलाह के अनुसार, कर्क और तुला राशि की प्रेम अनुकूलता को बढ़ाने और महबूत करने के लिए दोनों को, अपनी भावनात्मक जरूरतों को एक-दूसरे से साझा कर समर्थन देना होगा। इसके साथ ही, तुला राशि को अधिक स्थान और विश्वास देने से कर्क राशि को लाभ हो सकता है। साथ ही, उन्हें प्रभावी ढंग से बातचीत करने और विश्वास करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णयों पर समझौता करना भी सीखना चाहिए। इस प्रकार एक छोटी सी पहल के साथ वे मतभेदों के बावजूद एक स्थायी और मजबूत बंधन बना सकते हैं।

ज्योतिषीय आकड़ों के आधार पर, कर्क और तुला राशि के बीच वैवाहिक अनुकूलता काफी कम पाई गई है। जिसका मुख्य कारण है कि, दोनों राशियों का जीवन के प्रति अपना एक अलग दृष्टिकोण होता है। कई बार इस मुद्दे के कारण उनमें बहस हो सकती है। मूडी तुला राशि वालों के लिए कभी-कभी कर्क राशि की संवेदनशीलता भारी पड़ सकती है। और एक बोझ जैसा लग सकता है। 

इसके साथ ही, दोनों राशियों में, संचार शैली और निर्णय लेने के दृष्टिकोण में भी बहुत अंतर होता है। जो कि, उनके रिश्ते में बहस का कारण बन सकता है। कर्क और तुला राशि के लोगों को अपना वैवाहिक जीवन अनुकूल रूप से सुखी बनाने के लिए, कर्क को भावनात्मक सुरक्षा की आवश्यकता और तुला राशि को विश्वास और संतुलन की आवश्यकता के बीच तालमेल बैठाने की कोशिश करनी होगी। साथ ही, तुला राशि को कर्क राशि वालों को भावनात्मक रूप से समर्थन प्रदान करना होगा। 

बेडरूम में, कर्क और तुला राशि के संबंधों में अनुकूलता माध्यम से कम बताई जाती है। अतः कर्क और तुला के बीच यौन अनुकूलता को हम कम बोल सकते हैं। क्योंकि, वे दोनों एक-दूसरे की जरूरतों और इच्छाओं को ठीक तरह से समझने में असमर्थ होते है। इसके अलावा, कर्क राशि वाले लोगों को अपने रिश्तों में, भावनात्मक जुड़ाव पसंद होता है, वहीं, तुला राशि वाले लोगों को रिश्तों में, संतुलन और सद्भाव की इच्छा होती है। जिससे उनके लिए सम्बन्ध में कभी-कभी मुश्किल आ जाती है। इसका केवल एक ही, मुख्य कारण है कि वे दोनों एक-दूसरे की इच्छाओं को समझने में असमर्थ होते हैं। और ज्योतिष की सलाह में, अपने रिश्ते को मजबूत और बेहतर बनाने के लिए परस्पर खुलकर बात करने की आवश्यकता पर जोर दिया जाता है।

अतः कर्क और तुला राशि के भागीदारों के अपने सम्बन्ध में, यौन अनुकूलता बढ़ाने हेतु बेडरूम के बाहर भावनात्मक बंधन को मजबूत करना होगा और उस पर अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा। जिससे वे अपने बेडरूम के अंदर कामुक क्षणों का आनंद ले सके। और इस दौरान दोनों का रिश्ता गहरा हो जाएगा। कर्क राशि वाले अपनी भावनाओं और इच्छाओं को तुला राशि वालों के साथ खुलकर व्यक्त करें, जिससे उन्हें एक-दूसरे की भावनात्मक जरूरतों को समझने में, आसानी होगी। वहीं दूसरी ओर, तुला राशि वाले अधिक रोमांटिक होकर, कर्क राशि की भावनात्मक इच्छाओं को पूरा करने का प्रयास कर सकते हैं। इससे कर्क और तुला राशि में यौन अनुकूलता में सुधार हो सकता है।

कर्क और तुला राशि के लोगों में, मित्रता की अनुकूलता काफी कम होती है। क्योंकि, उनके स्वभाव एक-दूसरे से विपरीत होते हैं, जो उनकी मित्रता के रिश्ते में टकराव प्रमुख कारण होता है। तुला राशि व्यावहारिकता के लिए, और कर्क राशि अपनी संवेदनशील प्रकृति के लिए जानी जाती है। अतः  मित्रता के लिए यह विपरीत गुण को दर्शाता है। इसके साथ ही, अपने अहंकारी स्वभाव के कारण, वे अपने मित्रता के रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए प्रयास नहीं करते हैं, जो आगे चलकर उनकी मित्रता में प्रतिकूलता का कारण बनता है। ज्योतिष की सलाह में, तुला और कर्क राशि को अपनी मित्रता में अनुकूलता को बढ़ाने के लिए एक-दूसरे के मतभेदों को समझकर उन पर धैर्य पूर्वक काम करना होगा।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कहा जा सकता है कि, कर्क और तुला राशि के भागीदारों के बीच भावनात्मक अनुकूलता बहुत कम होती है। क्योंकि, कर्क राशि के भावनात्मक और संतुलित स्वभाव को मूडी तुला राशि के लोग आसानी से समझ नहीं पाते हैं। और उनको अपनी भावनाओं के बारे में अधिक बात करना या साझा करना थोड़ा कठिन काम लगता है।

इसके साथ ही, कर्क और तुला राशि के भागीदारों को एक-दूसरे की भावनाओं को समझने और उन पर अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। 

कर्क-तुला राशि में अनुकूलता

कर्क साथी को, अपनी भावनाओं और विचारों को खुलकर व्यक्त करना चाहिए और अत्यधिक संवेदनशील होने से बचना चाहिए, वहीं तुला साथी को भी कर्क राशि की भावनाओं को समझ कर ध्यान से सुनना और उनका समर्थन करना चाहिए। इस प्रकार, अपनी-अपनी भावनात्मक अभिव्यक्ति को समझ कर एक-दूसरे के मन में, एक सुरक्षित स्थान बनाना होगा; जिसमें वास्तविक देखभाल और समझ के साथ-साथ, भावनात्मक आवश्यकता के बीच प्रतिकूल पहलुओं को खत्म किया जा सके।

  • खूबियाँ 

कर्क और तुला राशि के सम्बन्ध की सबसे सकारात्मक पहलू यह है कि, उनके लिए अपने परिवार के प्रति प्रेम अपने रिश्ते में प्रेम और आपसी देखभाल का ही एक हिस्सा है। दोनों राशि के भागीदार, मजबूत नैतिक मूल्य वाले होते हैं। कर्क राशि को अपनी देखभाल करने वाले, संवेदनशील गुण के कारण और तुला राशि वाले अपने आकर्षक और विनम्र व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं।

  • कमजोरियाँ

कर्क और तुला राशि के सम्बन्ध में, सबसे कमजोर पहलू यह है कि, दोनों की आवश्यकताएँ अलग है जिसके कारण उनके सम्बन्ध में कुछ चुनौतियों का आना स्वाभाविक हो सकता है। क्योंकि, गुणों में यदि कर्क,  भावनात्मक सुरक्षा चाहता है और तुला के लिए संतुलन होना अधिक महत्वपूर्ण है। अतः कर्क राशि की आवश्यकता से तुला राशि की अनिर्णय की प्रवृत्ति के कारण मतभेद हो जाते हैं।

लेख में दी गई जानकारी के मुताबिक कर्क और तुला राशि की अनुकूलता औसत कही जा सकती है। अतः ज्योतिषीय  सलाह के अनुसार, दोनों राशियों में अनुकूलता को बढ़ाने के लिए उन्हें एक-दूसरे के साथ मिलकर और पुरे विश्वास से अपने विचारों को साझा करना होगा। कर्क राशि वालों को तुला राशि का सहयोगी बनना होगा और तुला राशि वालों को भी अपने अनिर्णायक होने की प्रवृत्ति को मजबूत करना होगा। इसके साथ ही दोनों राशियों को परस्पर सुरक्षा की भावना के साथ आगे बढ़कर, स्वतंत्रता की आवश्यकता के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश करनी होगी। इसके अलावा, दोनों को ही, बहुत प्रभावित तरीके एक-दूसरे की बात को सुनना और समझने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही, यह भी सलाह दी जाती है कि, उन्हें अपने रिश्ते को शांतिपूर्ण और खुशहाल बनाने के लिए समझौते के साथ मिलकर सुधारने की कोशिश होगी।


Q. क्या तुला और कर्क राशि एक-दूसरे के लिए अनुकूल हैं?

An. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कर्क और तुला राशि राशि चक्र सबसे रोमांटिक और इमोशनल (भावनात्मक) राशियां कहलाती है। दोनों राशियों को एक-दूसरे के साथ समय बिताना पसंद होता है। उनके अपने व्यक्तिगत गुणों में कई प्रकार की असमानताएं होती हैं। इसके साथ ही,  तुला और कर्क के बीच प्रेम के मामलों में अनुकूलता औसत होती है।

Q. क्या, कर्क और तुला जातक एक-दूसरे से भावनात्मक जुड़ाव रखते हैं?

An. कर्क और तुला राशि के भागीदारों के बीच भावनात्मक अनुकूलता बहुत कम होती है। क्योंकि, कर्क राशि के भावनात्मक और संतुलित स्वभाव को मूडी तुला राशि के लोग आसानी से समझ नहीं पाते हैं। और उनको अपनी भावनाओं के बारे में अधिक बात करना या साझा करना थोड़ा कठिन काम लगता है।

Q. क्या, कर्क और तुला जातक एक अच्छे मित्र बन सकते हैं?

An. कर्क और तुला राशि के लोगों में, मित्रता की अनुकूलता काफी कम होती है। क्योंकि, उनके स्वभाव एक-दूसरे से विपरीत होते हैं, जो उनकी मित्रता के रिश्ते में टकराव प्रमुख कारण होता है। तुला राशि व्यावहारिकता के लिए, और कर्क राशि अपनी संवेदनशील प्रकृति के लिए जानी जाती है। अतः  मित्रता के लिए यह विपरीत गुण को दर्शाता है।

Q. कर्क और तुला राशि में प्रेम अनुकूलता कैसी होती है?

An. कर्क और तुला राशि के जातकों में प्रेम अनुकूलता कुछ विशेष अच्छी नहीं होती है। उनके बीच होने वाले मतभेद, इसका मुख्य कारण होते हैं। कर्क राशि के जातक भावुक होते हैं। दूसरी ओर, तुला राशि के जातक स्वतंत्रता को महत्व देते हैं। एस प्रकार यह, उनका विरोधाभासी स्वभाव एक-दूसरे से टकरा सकता है। और कर्क-तुला के बीच प्रेम अनुकूलता को कम कर सकता है और दोनों के बीच झगड़े का कारण बनता है।

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