ज्योतिष में, बारह राशियों का उल्लेख किया गया है! जिसमें लगभग सभी राशियों का स्वभाव भी अलग-अलग होता है! यानी किसी भी जातक के मात्र चेहरे को देखकर उसके स्वभाव का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है! जिस प्रकार ज्योतिष में बारह राशियों के बारे में बताया गया है उसी प्रकार नौ ग्रह भी बताए गए हैं! प्रत्येक राशि का एक अलग शासक ग्रह होता है जिसके आधार पर उस राशि के जातक का स्वभाव भी निर्भर करता है! आज हम ‘मंगल भाव’ के इस लेख में कुछ ऐसी राशियों के बारे में जानेंगे, जो बहुत ईमानदार और साफ दिल की होती हैं!
संसार का यह यह नियम है कि, मनुष्य को अपनी भावी आधार के लिए बहुत चिंता रहती है! यानी स्त्री हो या पुरुष हर किसी की यह इच्छा होती है कि उसका जीवनसाथी साचा हो, उसे कभी धोखा नहीं दे! कई लोग तो ऐसे भी होते हैं जो हमारे साथ रहकर हमें धोखा देते हैं! हमारे ‘मंगल भवन’ के वरिष्ट आचार्य श्री भास्कर जी के अनुसार आज हमें हमें कुछ ऐसी ही राशियों के बारे जानकारी प्राप्त हुई ! जिनके जातक कभी किसी को धोखा नहीं देते हैं और बहुत साफ दिल के माने जाते हैं! आइए जानते हैं कि कौन सी हैं; वे राशियां, जिनके जातक ईमानदार और सच्चे दिल के होते हैं!….
मेष राशि
मेष राशि राशि चक्र की पहली राशि है! ऐसा ही मेष राशि के जातकों का स्वभाव भी होता है! हमेशा आगे रहना पसंद होता है! ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चूंकि मेष राशि (Aries zodiac sign) के स्वामी ग्रह मंगल है! तो उन्ही के अनुरूप इस राशि के जातकों का स्वभाव भी होता है! यानी मंगल ग्रह सोअरी और पराक्रम के देवता माने जाते हैं। उसी प्रकार, मेष राशि के जातकों में भी आहूत अधिक साहस और पराक्रम होने के साथ-साथ उत्साही प्रवृत्ति भी पाई जाती है। मंगल ग्रह का शासन होने से मेष राशि के जातक सच्चे, साफ और महत्वाकांक्षी स्वभाव वाले होते हैं! साथ ही इस राशि में अपना एक और सटीक निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता होती है! इस राशि के जातक कभी किसी के साथ धोखा नहीं करते हैं!
कर्क राशि
कर्क राशि, राशि चक्र की चौथी महत्वपूर्ण राशि है; जो कि उत्तर दिशा की द्योतक मानी गई है। इस राशि का, राशि चिन्ह केकड़ा है, जो कि, भावुकता, चंचलता, संवेदनशीलता और शीतलता के गुणों से युक्त पाया जाता है। इसके साथ ही, कर्क राशि एक जल तत्व प्रधान राशि मानी जाती है। जो की चंद्र ग्रह के द्वारा शासित होती है जिसे ज्योतिष में, मन का स्वामी या कारक ग्रह की संज्ञा दी गई है! अतः कर्क राशि के जातकों में दूसरे की मन की भावनाओं को समझने की बहुत श्रेष्ठ क्षमता पाई जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के जातकों की गिनती बहुत ही विश्वासपात्र लोगों में होती है! साथ ही कर्क राशि के जातकों में स्वयं को सुधारने का एक अलग ही हुनर होता है!
मकर राशि
राशि चक्र में मकर राशि दसवें स्थान पर आती है। यदि इस राशि के प्रतीक चिन्ह को समझे तो, मकर एक जलीय जीव को कहते हैं। जिसके, शरीर के आधे भाग में स्थलीय और आधे भाग में जलीय जीव (हिरण, मगरमच्छ, हाथी, मछली की पूँछ आदि) का चित्र दर्शाया गया है। हमारे वैदिक साहित्यों में मकर को माँ गंगा का वाहन भी है। मकर राशि का स्वामी शनि ग्रह है और यह पृथ्वी तत्व से सम्बन्धित राशि है। इस राशि के जातक स्वाभिमानी स्वभाव के होते हैं जो, अपने हर कार्य के लिए आत्म-केंद्रित और स्वयं पर आश्रित रहना पसंद करते हैं।
मकर राशि के जातक, अपने कार्य के प्रति बहुत जिम्मेदार, जुनूनी, भौतिकवादी, रूढ़िवादी और अपने हक के प्रति लड़ने वाले होते हैं। साथ ही वे अधिक महत्वाकांक्षी, और गंभीर तो होते ही हैं, लेकिन, अपने कार्य के लिए पूरे समर्पित रहते हैं। ज्योतिष शास्त्र की गणना के अनुसार, इस राशि के जातकों को बहुत ही ईमानदार होने की श्रेणी में रखा जाता है! मकर राशि के जातक अपने से जुड़े लोगों को कभी भी धोखा नहीं देते हैं! स्पष्ट वक्ता होने के साथ-साथ ये लोग दूसरों के साथ बहुत जल्दी घुलना-मिलना पसंद नहीं करते हैं!
कुंभ राशि
ज्योतिष में, कुंभ राशि, राशि चक्र की ग्यारहवीं महत्वपूर्ण राशि है। जो, वायु तत्व से सम्बन्धित और एक स्थिर राशि है। वास्तव में यदि देखे तो, कुंभ एक संस्कृत शब्द है जिसका हिंदी अर्थ है ‘कलश या घड़ा’ ! इस कारण इस राशि का प्रतीक चिन्ह एक घड़ा है। साथ ही, कुंभ राशि पर न्याय का देवता ‘शनि; ग्रह का स्वामित्व होता है। शनि ग्रह को कर्म फल दाता की संज्ञा भी प्राप्त है। इस ग्रह के प्रभाव में, कुंभ राशि के जातक फल से अधिक कर्म पर विश्वास करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के जातक बिना डरे किसी के सामने अपनी बात रखते हैं! इस राशि के जातकों में, तार्किक बातें करने का अद्भुत गुण पाया जाता है! यानी एक बार जो कह देते हैं, उस पर अडिग रहते हैं!
जरुर पढ़ें- कुछ राशियां जिनका जीवन साथी होता है बहुत गुस्से वाला
FAQS\ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q. क्या कुंभ राशि के जातक ईमानदार होते हैं?
An. हां, कुंभ राशि पर न्याय का देवता ‘शनि; ग्रह का स्वामित्व होता है। शनि ग्रह को कर्म फल दाता की संज्ञा भी प्राप्त है। इस ग्रह के प्रभाव में, कुंभ राशि के जातक फल से अधिक कर्म पर विश्वास करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के जातक बिना डरे किसी के सामने अपनी बात रखते हैं!
Q. मेष राशि के जातकों का स्वभाव कैसा होता हैं?
An.मेष राशि राशि चक्र की पहली राशि है! ऐसा ही मेष राशि के जातकों का स्वभाव भी होता है! हमेशा आगे रहना पसंद होता है! ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चूंकि मेष राशि (Aries zodiac sign) के स्वामी ग्रह मंगल है! तो उन्ही के अनुरूप इस राशि के जातकों का स्वभाव भी होता है! यानी मंगल ग्रह सोअरी और पराक्रम के देवता माने जाते हैं। उसी प्रकार, मेष राशि के जातकों में भी आहूत अधिक साहस और पराक्रम होने के साथ-साथ उत्साही प्रवृत्ति भी पाई जाती है।
Q. क्या, कर्क राशि के जातक धोखेबाज होते हैं?
An. नहीं, कर्क राशि एक जल तत्व प्रधान राशि मानी जाती है। जो कि चंद्र ग्रह के द्वारा शासित होती है जिसे ज्योतिष में, मन का स्वामी या कारक ग्रह की संज्ञा दी गई है! अतः कर्क राशि के जातकों में दूसरे की मन की भावनाओं को समझने की बहुत श्रेष्ठ क्षमता पाई जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के जातकों की गिनती बहुत ही विश्वासपात्र लोगों में होती है!
Q. मकर राशि का स्वभाव कैसा होता है?
An. मकर राशि का स्वामी शनि ग्रह है और यह पृथ्वी तत्व से सम्बन्धित राशि है। इस राशि के जातक स्वाभिमानी स्वभाव के होते हैं जो, अपने हर कार्य के लिए आत्म-केंद्रित और स्वयं पर आश्रित रहना पसंद करते हैं। मकर राशि के जातक, अपने कार्य के प्रति बहुत जिम्मेदार, जुनूनी, भौतिकवादी, रूढ़िवादी और अपने हक के प्रति लड़ने वाले होते हैं। साथ ही वे अधिक महत्वाकांक्षी, और गंभीर तो होते ही हैं, लेकिन, अपने कार्य के लिए पूरे समर्पित रहते हैं।
Must Read: Yearly Predictions of 2025