जन्म तिथियां भी बताती हैं बहुत कुछ, जाने, कौन सा व्यवसाय होगा उपयुक्त और क्या होंगे करियर में बदलाव 

व्यवसाय व करियर

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ज्योतिष शास्त्र में: जन्म तिथि के अनुसार करियर 

व्यवसाय व करियर: कहा जाता है कि सभी लोगों के लिए व्यापार के सभी विकल्प उत्तम या श्रेष्ठ फल नहीं देते हैं। अनुभवी ज्योतिषाचार्य जी का कहना है कि किसी भी जातक की जन्म कुंडली में उस जातक हेतु व्यापार या नौकरी के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। किसी भी जातक की जन्म कुंडली के ग्रह और भावों की गणना के मुताबिक जातक के लिए उत्तम व्यापार या नौकरी के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

हम आपको यह बताना चाहते हैं कि करियर को लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि जातक के जन्म के समय ही उसके भाग्य का भी निर्धारण पहले ही यह तय हो चुका होता है। जातक को किस क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी, केवल; उस सही दिशा व मार्गदर्शन में प्रयास करने की जरूरत होती है। और यहाँ अक्सर समस्या तब आती है; जब बिना किसी ज्योतिषी की सलाह के अपने स्वयं के शौक या अन्य लोगों की बराबरी करने में कुछ ऐसे करियर की चुनाव कर लेते हैं जो कि जातक के लिए ठीक नहीं होता है।

अंकज्योतिष के अनुसार, यदि जातक अपनी जन्म तिथि को ध्यान में रखकर उस ‌जन्म तिथि के अंक से संबंधित करियर का चुनाव करें तो वह अपने जीवन में जल्दी और अधिक सफलता प्राप्त करता है। तो आइए ‘मंगल भवन’ के इस लेख में हम विस्तार से जानते हैं कि अपनी जन्मत‌िथ‌ि के अनुसार, क्या अपने लिए सही कैरियर का चुनाव किया है? और अगर ऐसा नहीं है तो जातक को किस क्षेत्र में प्रयास करने पर अच्छे परिणाम मिल सकते हैं-

जन्मतिथि के अनुसार: भाग्यशाली करियर\व्यवसाय का चयन 

दिनांक 1, 10, 19, 28 हेतु करियर का चुनाव  

अंक ज्योतिष के अनुसार, जिन जातकों का जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28  तारीख को हुआ है उनका मूलांक 1 माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक इस अंक पर सूर्य ग्रह का प्रभाव होता है। इस जन्मांक के जातकों हेतु प्रशासनिक सेवा, बैंकिंग, प्रबंधन, प्रशासनिक सेवा एवं राजनीति में करियर का चुनाव अच्छा परिणाम दे सकता है।

दिनांक 2, 11, 20, 29 हेतु करियर का चुनाव 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों का जन्म महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख को हुआ है तो ऐसे जातक का मूलांक अंक 2 होता हैं। जिसका स्वामी चंद्र ग्रह है। इस अंक के जातक जल क्षेत्र और पेय पदार्थ के व्यवसाय में अत्यधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही ऐसे जातक के लिए वस्त्र निर्माण, वस्त्र व्यवसाय, तैराकी भी शुभ फलदायी होती है। इसके अलावा ये जातक सरकारी नौकरी में भी सफलता हासिल कर लेते हैं।

दिनांक 3, 12, 21, 30 हेतु करियर का चुनाव 

अंक शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों की जन्म तारीख 3, 12, 21, 30 इनमें से कोई भी है तो ऐसे जातक का मूलांक अंक 3 होता है, जिसका स्वामी ग्रह गुरु कहलाते हैं। इस अंक के जातक आमतौर पर शिक्षा के क्षेत्र, न्यायिक क्षेत्र, पंडित, या होटल व्यवसाय में सफल होते हैं।

दिनांक 4, 13, 22,31 हेतु करियर का चुनाव 

यदि किसी जातक की जन्मत‌िथ‌ि  4, 13, 22 या 31 है तो ऐसे जातक राहु ग्रह से प्रभावित होते हैं। इस अंक के व्यक्ति विज्ञान, तकनीक, खेल या खुफिया एजेंसी में कार्य करने पर अच्छी सफलता प्राप्त करते हैं।

जन्म तिथि व जन्म कुंडली से जानिए आपके लिए कौन सी नौकरी या व्यवसाय भाग्यशाली रहेगा, आज ही ‘मंगल भवन’ के अनुभवी ज्योतिष आचार्यों से जुड़ कर अपनी समस्या का समाधान पाएं।  

दिनांक 5, 14, 23 हेतु करियर चुनाव 

यदि किसी जातक का जन्म क‌िसी महीने की 5, 14, 23 तारीख को हुआ है तो, ऐसे जातक बुध ग्रह से प्रभावित होते हैं। इन जातकों हेतु अध्यापक, उपदेशक, सलाहकार, लेखक, वाणिज्य कला, कमीशन एजेंट, सचिव या अध्यक्ष लाभकारी व श्रेष्ठ उन्नतिदायक रहेगा।

दिनांक 6, 15, 24 हेतु करियर चुनाव 

यदि किसी जातक का जन्म 6, 15, 24 इन त‌िथ‌ियों में से किसी तिथि में हुआ है तो ऐसे जातक अंक 6 के प्रभाव में होते हैं। उनके स्वामी ग्रह शुक्र ग्रह होता है। ऐसे जातकों हेतु संगीत, अभिनय, चित्रकला, आभूषण का कारोबार, फैशन और साज-श्रृंगार से जुड़ा कार्य लाभकारी होता है।

दिनांक 7, 16,25 हेतु करियर चुनाव 

अंक ज्योतिष के अनुसार, यदि किसी जातक का जन्म तारीख 7, 16 या 25 है तो ऐसे जातक केतु ग्रह से प्रभावित होते हैं। ऐसे जातक हेतु शिक्षा, दर्शन, अभिनय एवं धार्मिक कार्यों से संबंधित कार्य में सफल होते हैं। राजनीति भी यह कामयाब होते हैं।

दिनांक 8, 17, 26 हेतु करियर चुनाव 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों का जन्म 8, 17, 26 तारीख को होता है, ऐसे जातक का मूलांक अंक 8 होता है। जिसका स्वामी ग्रह शनि कहलाता है। ऐसे जातकों हेतु चिकित्सा, भवन निर्माण, कंप्यूटर, ब‌िजली, धार्मिक कार्य व मिट्टी से संबंधित कार्य में बहुत धन व सफलता प्राप्त करते हैं।

दिनांक 7, 18, 27 हेतु करियर चुनाव  

यदि किसी जातक का जन्म 7, 18 या 27 तारीख को हुआ है तो ऐसे जातक, मंगल ग्रह से प्रभावित होते हैं ज्योतिष के अनुसार इन जातकों हेतु सेना, पुलिस, रक्षा क्षेत्र, चिकित्सा व लोहे से संबंधित कार्य शुभ फलदायी होते हैं।

ज्योतिष शास्त्र व व्यवसाय 

कहा जाता है कि सफलता तब और भी आसान हो जाती है, जब जातक को अपने करियर व व्यवसाय के लिए सही-सही मार्गदर्शन मिल जाए। कौन सी दिशा में जाने पर किस्मत व भाग्य का साथ मिलने वाला है। प्रतियोगिता भरे इस युग में हर कोई सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करता नजर आता है; क्योंकि सफलता पाना आसान नहीं होता। इस पर हम यह कह पूर्ण आश्वासन दे सकते हैं कि अंक ज्योतिष करियर के क्षेत्र में भी जातकों को सही मार्गदर्शन प्रदान करने में सबसे अधिक सहायक सिद्ध होते हैं। इस प्रकार करियर हेतु जातक की जन्म तिथि व मूलांक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं अतः ज्योतिष शास्त्र हमें मूलांक के अनुसार उचित करियर की सलाह देते हैं।

इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र की सहायता से हम स्वयं के लिए सही दिशा व सही व्यवसाय हेतु मार्गदर्शन तो प्राप्त करते हैं कि इसके साथ ही अपने व्यवसाय के लिए सही नाम की भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । कोई अनुभवी व शास्त्रों के ज्ञाता ज्योतिष आचार्यों के माध्यम से बताया गया है कि सही व्यवसाय व व्यवसाय की उन्नति के लिए सही नाम का चुनाव भाग्यशाली होता है जिससे व्यवसाय को सफलता मिलती है।

व्यापार हेतु साझेदारी का सही चयन

साझेदारी किसी भी व्यावसायिक उद्यम के विकास के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। प्राचीन काल से ही व्यापारियों ने अपने व्यवसाय के संचालन के लिए रणनीतिक साझेदारी के सिद्धांत का उपयोग किया है; यह प्रवृत्ति आज भी काफी हद तक लागू है। एक साझेदारी स्वयं को विभिन्न रूपों में प्रकट करती है, जिसमें व्यापार मालिकों का सहयोग से लेकर किसी परियोजना में निवेश करना, कंपनियों के बीच तकनीकी ज्ञान और विचारों को साझा करना शामिल है। कोई भी व्यवसाय चाहे कुछ भी करे, सही साझेदारी समझौते की तलाश करना महत्वपूर्ण है जिससे दोनों पक्षों को लाभ हो।

व्यवसाय के विस्तार हेतु महत्वपूर्ण बिंदु  

किसी भी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए एक अच्छी प्लानिंग की आवश्यकता होती है। कोई भी  व्यवसाय तब ही सफल होता है जब उस व्यवसाय की अच्छी योजना के साथ शुरू किया जाए। आज बहुत   से लोग अपना स्वयं का व्यापार शुरू कर रहे हैं। लेकिन यह सवाल सबके मन मे आता है कि व्यापार कैसे करें कोई बिना नुकसान के व्यापार को सफलता मिल जाए? अतः स्वयं का व्यवसाय करने के लिए सबसे पहले आपको अपने व्यवसाय के विकास की सही प्लानिंग करनी होगी।

  • किसी भी व्यवसाय हेतु आवश्यक है कि व्यापार का एक सटीक व  बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया हो। क्योंकि किसी व्यवसाय को कैसे विकसित करना है यह , आपकी रणनीतिक समीक्षाओं का एक अच्छा समावेश हो सकता है। 
  • एक सफल व्यवसाय के लिए अपने उत्पादन प्रक्रिया, कर्मचारियों की उपस्थिति और कई अन्य गतिविधियां, जो व्यवसाय का संचालन करती हैं उनका नियमित रूप से आकलन व निगरानी की आवश्यकता होती है। 
  • ग्राहक से संबंधित सभी गतिविधियों के लिए  सचेत रहें।  
  • अपने मार्केटिंग प्रदर्शन की गुणवत्ता को बढाएं, जिसमें अधिक ग्राहक ढूंढना और अपने उत्पाद और व्यवसाय के ब्रांड मूल्य में सुधार करना भी सम्मिलित है।
  • सोशल मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन व सामुदायिक आयोजनों के द्वारा ऑफलाइन लक्षित दर्शकों तक पहुंचने के लिए सम्पर्क चैनलों का उपयोग अवश्य करें। 
  • श्रेष्ठ सामग्री आपकी उत्पाद रणनीति और व्यवसाय हेतु निर्धारित मिशन के अनुरूप होनी चाहिए।
  • अपने ग्राहकों को बेहतर ढंग से समझना
  • किसी भी व्यवसाय की सफलता हेतु ग्राहक सर्वप्रथम कुंजी होते हैं। छोटे व्यवसाय को कैसे विकसित किया जाए, इस पर सुझाव और दिशानिर्देश ग्राहकों के साथ निरंतर जुड़ाव का संकेत देते हैं। 
  • इसके अलावा सामान्य प्रचार के अतिरिक्त , आप ग्राहकों के लिए उच्च गुणवत्ता की सामग्री व इनाम कार्यक्रम का भी प्लान बना सकते हैं। ध्यान रखें कि आपकी व्यवसाय को कितनी अतिरिक्त मात्रा में बिक्री करनी है।
  • मार्केट से जुड़े रहना भी व्यवसाय की सफलता हेतु महत्वपूर्ण पक्ष है।

व्यवसाय के असफल होने के मुख्य कारण

वैसे तो किसी भी व्यवसाय के असफल होने के बहुत से कारण हो सकते हैं, और देखा जाए तो कई जातक बिना किसी ज्योतिष परामर्श के भी कोई भी व्यवसाय शुरू कर देते हैं जो कि बाद में उनकी असफलता या नुकसान का कारण बनता है। इसके अतिरिक्त यहां कुछ अन्य कारण भी बताए गए हैं जो व्यवसाय को असफल बनाने के मुख्य कारण हो सकते है- 

  • व्यवसाय को असफल बनाने में मुख्य कारण नॉलेज और एक्सपीरियंस की कमी का होना हो सकता है। 
  • जिस भी सामग्री या प्रोडक्ट का व्यवसाय आपके द्वारा किया जा रहा है मार्केट में उसकी डिमांड न होना।
  • ग्राहक को अच्छी सेवा न देना।
  • किसी भी व्यवसाय को प्रारंभ करने से पहले उसका व्यवस्थित प्रबंधन भी बहुत होता है, सही प्रबंधन न होने पर व्यापार नुकसान उठाने लगता है। 
  • किसी भी व्यवसाय में केवल लाभ के बारे में ही सोचना बाकी अन्य गतिविधियों के बारे में न सोचना भी अच्छा नहीं होता है।
  • जिस वस्तु या सामग्री का व्यवसाय किया जा रहा है उस प्रोडक्ट की अच्छी गुणवत्ता न होना।

जन्म कुंडली के अनुसार माता-पिता और परिवार के स्वामित्व वाला व्यवसाय

ज्योतिष शास्त्र की गणना का कहती है कि जातक की जन्म कुंडली में जातक के लिए उपयुक्त करियर व नौकरी से सम्बंधित सभी कुछ जानकारी निहित होती है। जातक की जन्म कुंडली में उपस्थित ग्रहों व भावों के अनुरूप जातक के भविष्य का अनुमान लगाया जा सकता है। लेकिन कोई-कोई जातक अपने पारिवारिक या पैतृक समय से चलते आ रहे व्यवसाय को ही आगे बढ़ाने में प्रयत्नशील हो जाते हैं, परन्तु यह तथ्य सदैव सत्य है कि यदि किसी जातक की कुंडली में उसके माता-पिता या पैतृक व्यवसाय को करने कि लिए ग्रहों की स्थिति नहीं है और फिर भी वह उस व्यवसाय में लगा हुआ है तो यह निश्चित है कि वह व्यवसाय डूबेगा ही। अतः अपने पाल्य हेतु कोई भी करियर या व्यवसाय के चयन करने के पूर्व ज्योतिषाचार्य की सलाह लेना अति आवश्यक होता है।

व्यवसाय व करियर

आपकी जन्मतिथि के अनुसार आपके व्यवसाय/करियर से सम्बंधित- सामान्यप्रश्न- FAQ


Q. ज्योतिष में करियर के लिए कौन सा भाव है?

An. कुंडली का दसवां भाव सबसे महत्वपूर्ण भाव है क्योंकि यह आपके करियर, नौकरी आदि को दर्शाता है। इस भाव को कर्म भाव कहा जाता है क्योंकि यह व्यक्ति के कार्यों को दर्शाता है और उन्हें नियंत्रित करता है।

Q. क्या ज्योतिष मेरे करियर की भविष्यवाणी कर सकता है?

An. ज्योतिष द्वारा करियर संबंधी भविष्यवाणियां अधिकतर सटीक होती हैं और यह आपको आपके जीवन और व्यक्तित्व लक्षणों के बारे में गहरी जानकारी भी देते हैं और आपकी ताकत के साथ-साथ आपके कमजोर बिंदुओं के आधार पर आपका आकलन करती हैं। आप भारतीय ज्योतिष के अनुसार, जन्मतिथि के आधार पर अपने करियर की भविष्यवाणी भी ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।

Q. करियर के लिए कौन सा ग्रह जिम्मेदार है?

An.खैर, यह शनि ग्रह है। हम कह सकते हैं कि यह करियर के लिए सबसे महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक है, जिसे जीवन कारक या कर्म कारक भी कहा जाता है। जबकि शनि को एक अशुभ ग्रह माना जाता है, जब यह अनुकूल रहता है, तो यह किसी कुंडली में लाभकारी भी हो सकता है।

Q. क्या जातक अपने माता-पिता के व्यवसाय को ही आगे बढ़ा सकते हैं?

An. हां, यदि ज्योतिष की सलाह इस तथ्य की सहमती देती है तो जातक अपने माता-पिता के व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं अन्यथा जातक हेतु करियर में नौकरी की भी सलाह दी जाती है।

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