ज्योतिष के इन, आसान उपायों, से मिलेगी परीक्षा में विशेष सफलता व भाग्य का साथ

परीक्षा में सफलता

प्रस्तावना 

परीक्षा में सफलता: परीक्षा का समय आते ही छात्र-छात्राओं के मन में तनावपूर्ण स्थिति आ जाती है। सभी को अपने अच्छे परिणाम की चिंता लगी रहती है। परीक्षा के दिन सब कुछ याद होने के बाद और कड़ी मेहनत के बाद भी भी मानसिक दबाव व अंदर ही अंदर घुटन भी महसूस होती रहती है। मेहनत करने के बाद भी अगर बच्चों को मनचाही सफलता या अपने उम्मीद के बराबर अंक व परिणाम प्राप्त नहीं हो पाते, और वें निराश हो जाते हैं। अतः आज हम इस विषय पर चर्चा करेंगे की कई बार कड़ी मेहनत के बाद भी अच्छे परिणाम न मिलने का कारण ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की दशा भी हो सकती है। 

कुंडली में यदि ग्रहों की अशुभ दशा चल रही हो तो बहुत से प्रभाव होते हैं। आइए अब इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए जानकारी प्राप्त करते हैं कि किन-किन आसान से उपायों का प्रयोग करके छात्र-छात्राएं परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

ज्योतिषीय उपाय जो देंगे परीक्षा में सफलता 

वैदिक ज्योतिष की गणना कहती है कि यदि आपके बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है और उनकी एकाग्र क्षमता भी कम है, तो ज्योतिष शास्त्र सर्वप्रथम भगवान गणेश जी का आह्वान करने हेतु प्रेरित करता है। यदि प्रतिदिन बुद्धि के दाता भगवान गणपति की पूजा-अर्चना की जाए तो इससे आपके बच्चों को बहुत ही शुभ परिणाम मिलेंगे। शास्त्रों के अनुसार सप्ताह में बुधवार का दिन भगवान गणेश जी को समर्पित किया गया है और इस दिन विशेष रूप से भगवान गणपति को दूर्वा और लड्डू का भोग लगाने से बच्चों में सद्बुद्धि का वास होता है और भगवान गणेश जी की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है। 

किसी भी प्रकार के दोष, ग्रह शांति, पूजा व अन्य सभी प्रकार के ज्योतिष परामर्श हेतु आप ‘मंगल भवन ‘से जुड़ कर तुरंत समाधान प्राप्त कर सकते हैं। 

इसके साथ ही आप अपने बच्चों के कमरे में विघ्नहर्ता भगवान गणपति जी की मूर्ति या फोटो भी रख सकते हैं; जिससे की उनकी सफलता में कोई बाधा या संकट न आए। जैसा की परीक्षा का संबंध बच्चे की बुद्धि व एकाग्रता से होता है, और इसके लिए बुध ग्रह को ठीक रखना बहुत आवश्यक है। ज्योतिष के अनुसार, बुध ग्रह को मजबूत करने हेतु बहुत सारी हरी सब्जियां व सलाद खिलाएं। 

साथ ही गौ माता को हरा चारा खिलाएं। परीक्षा में मनचाही सफलता हेतु गाय को हरा चारा खिलाना एक उत्तम उपाय है विशेष रूप से बुधवार के दिन ऐसा अवश्य करें। ऐसा करने से बुध ग्रह बलवान होते हैं और पढ़ाई में एकाग्र क्षमता का विकास करते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य उपाय इस प्रकार है-

भगवान गणेश जी उपासना व वक्रतुण्ड मंत्र

शास्त्रों में भगवान गणेश जी का पूजन सभी शुभ कार्यों के पूर्व किया जाता है जिससे कि वह कार्य बिना कोई विघ्न या बाधा के निर्मित हो। इसके साथ ही भगवान गणेश जी पूजन करने से विद्या व बुद्धि की देवी मां सरस्वती का भी आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा भगवान गणेश जी का प्रिय मंत्र ‘वक्रतुंड मंत्र’ का जाप करने से विद्यार्थी को अध्ययन व परीक्षा में समृद्धि और सफलता मिलती है। यह मंत्र व मंत्र का अर्थ इस प्रकार है-

“वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा”॥

अर्थ- यानी घुमावदार सूंड वाले जिनका विशाल शरीर है और जो करोड़ों सूर्य के प्रकाश के जैसे दिखते हैं। ऐसे भगवान गणपति की में पूजा करती हूँ, प्रभु, हमेशा मेरे सभी कार्य बिना किसी विघ्न व बाधा के पूरा  करने की कृपा करें॥

सूर्य देव के मंत्र व जाप

शास्त्रों में सूर्य ग्रह को देव की उपाधि दी गई है जिनकी उपासना से जातक को ऊर्जा व बल प्राप्त होता है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य देव के मंत्रों का जाप करने से विद्यार्थी को अध्ययन में उत्साह, ऊर्जा और दृढ़ता मिलती है। इसके अलावा भगवान सूर्य देव को जल अर्पित कर, उनके मंत्र का उच्चारण करने से बुद्धि को तेज प्राप्त होता है और उन्हें परीक्षा में सफलता भी निश्चित रूप से मिलती है। सूर्य देव को अर्घ्य देते समय  इन मंत्रों का उच्चारण करना समृद्धि कारक माना गया है-

  • ॐ ह्रां मित्राय नम:
  • ॐ ह्रीं रवये नम:
  • ॐ हौं सूर्याय नम:
  • ॐ ह्रां भानवे नम:
  • ॐ ह्रौं खगाय नम:
  • ॐ ह्रीं: पूषणे नम:
  • ॐ ह्रीं हिरण्यगर्भाय नमः
  • ॐ मरीचये नमः 
  • ॐ आदित्याय नमः
  • ॐ सवित्रे नमः
  • ॐ अर्काय नमः
  • ॐ भास्कराय नमः

विद्या की देवी मां सरस्वती का स्मरण 

मां सरस्वती को विद्या दायिनी देवी कहा जाता है। शास्त्रों में विद्या, ज्ञान और कला की देवी के रूप में मां सरस्वती का आह्वान किया जाता है। मां सरस्वती के ध्यान से विद्यार्थी की बुद्धि, एकाग्र क्षमता में विकास होता है और अध्ययन में सफलता मिलती है। कहा जाता है कि उनके चित्र या मूर्ति के सामने ध्यान करके अध्ययन करने से विद्यार्थी का मन शांत होता है और उन्हें पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।

रुद्राक्ष धारण करना 

वेद शास्त्रों में, रुद्राक्ष को भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार एक या अधिक मुख वाले रुद्राक्ष को धारण करने से विद्यार्थी में नई ऊर्जा का संचार होता है और दिमाग शांत रहता है। रुद्राक्ष धारण करने वाले बच्चो का मन ध्यान केंद्रित रहता है। साथ भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है व  बुद्धि तीव्र होती है और उन्हें परीक्षा में सफलता मिलती है।

योग\ध्यान और प्राणायाम

इसके अलावा ध्यान और प्राणायाम एक सर्वश्रेष्ठ उपाय है, मन को स्थिर और शांत करने के लिए। शास्त्रों में बताया गया है कि उचित समय किया गया ध्यान व साधना आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का कार्य करती है। अतः प्रतिदिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में, कुछ समय ध्यान और प्राणायाम करने से विद्यार्थी के मन को स्थिरता  मिलती है और उन्हें परीक्षा के समय ध्यान केंद्रित करने में भी सहायता प्राप्त होती है।

परीक्षा में सफलता

पढ़ाई वाले रूम में कपूर और फिटकरी रखना 

ज्योतिष के अनुसार यदि किसी बच्चे का मन पढ़ाई में न लग रहा हो तो उसके पढ़ने वाले कक्ष में कपूर और फिटकरी रखना चाहिए। इस उपाय को करने से विद्यार्थियों में एकाग्रता बनी रहती है और उस स्थान की नकारात्मक ऊर्जा भी नष्ट होती है। इसके साथ ही यदि बच्चा कड़ी मेहनत के बाद भी परीक्षा में मनचाहे परिणाम नहीं प्राप्त कर पा रहा है तो गुरुवार के दिन किसी धार्मिक स्थान पर जाकर धार्मिक पुस्तकों का दान करने से लाभ होगा।

‘मंगल भवन’ के इस लेख में यहां बताए गए कुछ ज्योतिषीय उपाय जिनके माध्यम से हमने इस बात पर ज्योतिष द्वारा बताए गए कुछ आसान व कारगर उपायों का उल्लेख किया है जिनके माध्यम से आपके बच्चों को कठिन से कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में सहयता मिलेगी और पढ़ाई में मन भी लगेगा। ‘इसी प्रकार के अन्य दोष,पूजा विधि, ग्रह शांति व उपायों की जानकारी प्राप्त करने के लिए मंगल भवन से जुड़े रहें।

कठिन परीक्षा में सफलता पाने के लिए ज्योतिषीय उपाय से सम्बंधित- सामान्यप्रश्न- FAQ


Q. परीक्षा देने जाने से पहले क्या करना चाहिए?

An. पेपर देने जाने से पहले-

  • अपने पढ़ने के स्थान को व्यवस्थित रखें।
  • जितना भी पढ़ें अच्छे से पढ़ें।
  • आप ग्रुप बनाकर ग्रुप स्टडी कर सकते हैं।
  • पढ़ाई के बीच ब्रेक लें।
  • पिछले वर्ष की परीक्षा के प्रश्न पत्रों को हल करें।
  • अपनी नींद पूरी करें।
  • खुद को stress-free रखें।

Q. पेपर देने से पहले क्या खाएं?

An.परीक्षा देने जाने से पहले दही और मिश्री जरूर खाएं ऐसा करना शुभ माना जाता है। परीक्षा में उपयोग आने वाली सारी वस्तुएं बैग में रख ले और उन्हें अच्छे चेक कर ले कि किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं है।

Q. परीक्षा शुरू होने से पहले कौन सा मंत्र बोलना चाहिए ?

An. 1. शारदायै नमस्तुभ्यं मम ह्रदये प्रवेशिनी, परीक्षायां उत्तीर्ण, सर्व विषय नाम यथा। 

2. सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नमः।

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