कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह (Sun in 8th house): भूमिका
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जन्म कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह की स्थिति यदि शुभ फल देने वाली हो तो ऐसे जातक को अपनी आयु के 22वें वर्ष से सरकार का सहयोग प्राप्त हो सकता है। इस भाव सूर्य ग्रह जातक को एक सच्चा, पुण्य और राजा के समान व्यक्तित्व का धनी बनाता है। ऐसे जातक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाता। यदि आठवें भाव स्थित जातक को प्रतिकूल प्रभाव देने में हो तो जातक के दूसरे भाव का बुध आर्थिक संकट दे सकता है।
ज्योतिष में कहा गया है कि, दीर्घायु और अप्रत्याशित गतिविधियां; यह दो किसी भी जातक के जीवन के दो बहुत महत्वपूर्ण पहलू होते हैं। ज्योतिष में जो भी भाव इन पहलुओं से संबंधित विकास को निर्धारित करता है वह है भाव ही कुंडली का आठवां भाव कहलाता है।
वैदिक ज्योतिष में कुंडली का आठवां भाव मृत्यु, दीर्घायु और आकस्मिक घटनाओं की जानकारी प्रदान करता है। यह प्राकृतिक, शांतिपूर्ण, पानी या आग, दुर्घटना आत्मघात या किसी प्रकार पुरानी बीमारी के कारण हो सकता है। शास्त्रों के ज्ञान के अनुसार जब सूर्य ग्रह इस भाव में है, तो आमतौर पर जीवन काल अल्प होता है। लेकिन फिर भी, कुछ आसान से निवारक उपाय के माध्यम से स्थिति को बदला जा सकता हैं।
‘मंगल भवन’ के अनुभवी ज्योतिष विशेषज्ञ आचार्य श्री शुभम जी जोशी ने हमें इस लेख में कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह की उपस्थिति से होने वाले प्रभावों का वर्णन तथा कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है जो कि प्रभावित जातक के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगी- तो आइए अब इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते है-
आठवें भाव में सूर्य के कारण प्रभावित क्षेत्र
- बुद्धि\सतर्कता
- सार्वजनिक महत्व
- प्रेम संबंध तथा रिश्ते
- सामाजिक जीवन
- स्वास्थ्य तथा कल्याण
आठवें भाव में सूर्य ग्रह : सकारात्मक प्रभाव
कुंडली के आठवें भाव में सूर्य की उपस्थिति के कारण ऐसे जातक किसी भी आकस्मिक तथा कठिन परिस्थितियों के प्रति तुरंत अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने वाले होते हैं। ऐसे जातक किसी भी स्थिति पर बहुत प्रभावी ढंग से अपना नियंत्रण करने में सक्षम होते हैं। इसके अलावा, ऐसे जातकों में उचित समय पर उचित बात कहने की श्रेष्ठ क्षमता होती है और यह जीवन की अनिश्चितताओं और अप्रत्याशित घटनाओं में दक्ष व अच्छा प्रबंधक होने की गुणवत्ता को दर्शाता है। यही कारण है कि ऐसे जातक जीवन में आ रही गतिविधियों को अच्छी तरह से प्रबंधित कर सदैव मानसिक रूप से समृद्ध तथा आजाद महसूस करते हैं।
आठवें भाव में सूर्य वाले जातक स्पष्टता को अधिक महत्व देते हैं, और किसी भी मामले की तह तक पहुंचना चाहते हैं। ऐसे जातक हर समय कुछ नया सीखने तथा करना में रूचि रखते हैं और उन्हें दूसरी बार दोहराना नहीं चाहते। सूर्य के शुभ प्रभाव में ये जातक हमेशा गतिशील और सक्रिय रहते हैं। इसके अलावा, ऐसे जातक अपने आंतरिक और दृढ़ संकल्प को मजबूत करने की कोशिश में रहते हैं, और उसमें सफलता भी प्राप्त करते हैं। जिसके कारण इनका कैरियर या व्यवसाय में भी यह उनको बहुत तरक्की देता है तथा नई ऊंचाइयां प्राप्त करने में सक्षम बना सकता है।
सूर्य के इस भाव में होने से इन जातकों की समस्त आशाओं और इच्छाओं के पूरा होने की संभावना होती है। फलस्वरूप ये अपने जीवन और नियति को बहुत बेहतर तरीके से नियंत्रित कर लेते हैं। कुंडली के आठवें भाव में सूर्य स्थित होने के कारण ऐसे जातक अपने आस-पास की स्थितियों से कम प्रभावित होते हैं, और अपने जीवन के लक्ष्यों और उद्देश्यों को पूरा करने में अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं।
आठवें भाव में सूर्य ग्रह: नकारात्मक प्रभाव
कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह से प्रभावित जातक वास्तव में भावनात्मक नहीं होते हैं या अपनी भावनाओं को आसानी से व्यक्त नहीं करते। ऐसे जातक अपने अंदर बहुत सी भावनाओं को दबा कर रखते हैं, उन्हें दूसरों सामने व्यक्त नहीं करते और नहीं ये आसानी से किसी पर भरोसा करते हैं। पहले ये किसी भी व्यक्ति की परीक्षा लेते हैं फिर उन मानदंडों पर यदि उन्हें उचित लगता है, और आत्मा से पसंद आता है तो ही ये उसे अपने करीबी मित्र के रूप में स्वीकार करते हैं तथा अपने जीवन में शामिल करते हैं।
आठवें भाव में सूर्य ग्रह की स्थिति, जातक को बहुत परीक्षण या परखने के व्यक्तित्व पर जोर देती है। आमतौर पर दूसरे लोग उन्हें कम ही पसंद करते हैं। दूसरों के द्वारा इनके लिए शक की भावना से उनकी सार्वजनिक छवि भी प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, इस भाव सूर्य के प्रभाव के कारण ये जातक अत्यधिक संवेदनशील होते हैं और शीघ्र नाराज़ हो जाते हैं। ज्योतिष की सलाह में ऐसे जातकों को कई चीजें व्यक्तिगत रूप में नहीं लेनी चाहिए। अन्यथा, वें अपनी ऐसी मित्रता को समाप्त कर सकते हैं, जिनसे वे जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं।
आठवें भाव में सूर्य ग्रह का व्यवसायिक जीवन पर प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह जातक को अपनी कृपा दृष्टि प्रदान करते हैं।
ऐसे जातक सरकारी या अर्ध-सरकारी सेवाओं की प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छी योग्यता के भागीदारी बन सकते हैं। सूर्य की शुभ स्थिति से जातक राजनीति कार्यों में भी प्रवेश में सफल हो सकते हैं, इन जातकों को सामाजिक रूप से सहायता तथा लाभ प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा तस्करी जैसी गतिविधियों का सम्बन्ध भी आठवें भाव से होता है।
आठवें भाव में सूर्य ग्रह: वैवाहिक जीवन तथा प्रेम संबंधों पर प्रभाव
आठवें भाव में सूर्य ग्रह की शुभ युति, जातक के वैवाहिक जीवन को सुख-समृद्धि तथा आर्थिक उन्नति प्रदान करता है;साथ जातक के करियर में सहायक होता है। इन जातकों के विवाह में ससुराल पक्ष से अच्छी धन-संपत्ति प्राप्त होने की की सम्भावना होती है। हालांकि जीवन समरूपता के साथ होने पर भी कुछ परिस्थितियों में मनमुटाव या टकराव हो सकते हैं।
इसके अलावा किशोर या कॉलेज के विद्यार्थियों हेतु प्रेम इनके जीवन में उतना रोमांचक नहीं होगा, जितना कि उन्हें उम्मीद होगी। इनका प्रेम लंबे समय तक एक समान नहीं रहेगा।
निष्कर्ष
ज्योतिष के अनुसार, कुंडली के आठवें भाव में सूर्य उपस्थिति वाले जातक स्थितियों को संभालने में बहुत कुशल होते हैं। हालांकि, ऐसे जातकों को कम संवेदनशील और अधिक मिलनसार होना चाहिए। अन्यथा वे अपने जीवन में कुछ अच्छे मित्रों का साथ खो सकते हैं या जीवन को सम्पूर्ण रूप से आनंद पूर्वक जीने में विफल हो सकते हैं।
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सूर्य ग्रह आठवें भाव से संबंधित कुछ सवाल तथा उनके जवाब – FAQ
Q- क्या, कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह अच्छा होता है?
An- कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह की स्थिति यदि शुभ फल देने वाली हो तो ऐसे जातक को अपनी आयु के 22वें वर्ष से सरकार का सहयोग प्राप्त हो सकता है। इस भाव सूर्य ग्रह जातक को एक सच्चा, पुण्य और राजा के समान व्यक्तित्व का धनी बनाता है।
Q- कुंडली के आठवें भाव में कौन से ग्रह शुभ माने जाते हैं?
An- कुंडली के आठवें भाव में , बृहस्पति और सूर्य ग्रह शुभ और चंद्रमा, मंगल और बुध के लिए यह भाव कमजोर है।
Q- कुंडली के, आठवें भाव का स्वामी कौन है?
An- कुंडली के, आठवें भाव का स्वामी ग्रह मंगल होता है और कारक ग्रह शनि, मंगल और चंद्र हैं।
Q- क्या, कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह जातक के करियर हेतु शुभ होता है?
An- हां, कुंडली के आठवें भाव में सूर्य ग्रह जातक के करियर हेतु शुभ फल देता है