बुध का तुला राशि में गोचर 2024
ज्योतिष शास्त्र में, बुध ग्रह को जातक के संचार कौशल, विचारशीलता, तर्क वितर्क, क्षमताओं और बुद्धि, वाणी का कारक माना जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप जब भी बुध गृह का गोचर या राशि परिवर्तन होता है तो, उस राशि के जातक पर इसका प्रभाव और परिवर्तन साफ-साफ दिखाई देता है। वर्ष 2024 में, बुध का कन्या राशि से तुला राशि में गोचर होने जा रहा है जो कि 10 अक्टूबर 2024 को होगा! एस गोचर के प्रभाव से व्यवसाय वर्ग और कला से सम्बन्धित जातकों के जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। अन्य राशियों पर बुध के गोचर का क्या प्रभाव होगा? आइए जानते हैं ‘मंगल भवन’ के इस लेख में विस्तार से-
ज्योतिष में- बुध ग्रह का महत्व
ज्योतिष में, बुध ग्रह को व्यापार और संचार का ग्रह माना जाता है जो कि, जातक के व्यापार क्षेत्र और संचार के गुणों को प्रभावित करता है। बुध को देवताओं के दूत की संज्ञा दी जाती है; जो सभी प्रकार के संचार (मौखिक हो या लिखित) का कारक होता है। वर्तमान समय में, बुध का गोचर यानी राशि परिवर्तन अपनी मित्र राशि यानी तुला राशि में होने जा रहा है। ज्योतिष की दृष्टि से इस गोचर का सभी राशियों पर सकारात्मक परिणाम देखा गया है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध का प्रभाव मिथुन और कन्या राशि जो उनकी स्वाभाविक राशियाँ हैं; इनमें सबसे अधिक होता है। इसके साथ ही, बुध के तीन प्रमुख नक्षत्र- आश्लेषा, ज्येष्ठा, और रेवती नक्षत्र हैं। इन नक्षत्रों में बुध का प्रभाव बहुत अधिक शक्तिशाली माना जाता है। मीन राशि में बुध पीड़ित या कमजोर हो जाता है, और कन्या राशि में यह अपने त्रिकोण स्थान पर होता है, जहाँ इसकी ऊर्जा सबसे अधिक शक्तिशाली हो जाती है।
किसी राशि में बुध के शुभ प्रभाव के कारण जातक को स्पष्ट विचार क्षमता, अच्छी सोच, रचनात्मक कौशल, व्यावसायिक ज्ञान, यात्रा, सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ, गणित के ज्ञाता होने का आशीर्वाद मिलता है। वही, यदि बुध की स्थिति कमजोर या पीड़ित है तो, यह जातक की बुद्धि को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है और वाणी-त्वचा संबंधी परेशानियाँ दे सकता है- आइए आगे हम सभी बारह राशियों पर गोचर के गोचर से होने वाले प्रभाव के बारें में पढेंगे-
समय – बुध का तुला राशि में गोचर
ज्योतिष शास्त्र की गणना के अनुसार, बुध ग्रह के गोचर का समय इस प्रकार है-
- दिनांक- 10 अक्टूबर
- समय- सुबह 11:19 am
- राशि परिवर्तन दिनांक- 29 अक्टूबर (वृश्चिक राशि)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध ग्रह का यह तुला राशि में गोचर, रिश्तों में रोमांस और विस्तार लाएगा! जातक के पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में विस्तार होगा और रिश्तें आगे बढ़ते दिखाई देंगे! प्रेम और करीबी संबंधों में भी कुछ बड़े परिवर्तन देखे जा सकते है- बाकि राशियों पर इस गोचर के प्रभाव इस प्रकार समझे-
मेष राशि
मेष राशि में बुध का तुला राशि में गोचर के दौरान यह जातक के लिए पर्याप्त अवसर देने वाला समय होगा। कोई भी भविष्य में अच्छे परिणामों के लिए अंतिम निर्णय लेने से पहले सोच-समझकर ही चीजों का आकलन करने की सलाह दी जाती है! जल्दबाजी में, फैसले लेने से बचें। क्योंकि, बुध मेष के साझेदारी यानी सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं! अतः साझेदारी से संबंधित कार्य प्रभावित होंगे और विवाह संबंधों पर भी प्रभाव होगा। रिश्तों में शांति और सामंजस्य बनाए रखें जिससे रिश्ते मजबूत होंगे। यात्रा सम्बन्धित अचानक अवसर मिलेंगे! जिसमें आप कार्य से संबंधित उद्देश्यों के लिए भी यात्रा कर सकते हैं। बुध का यह समय मेष जातकों के लिए नाम और प्रसिद्धि प्राप्त करने का बेहतरीन मौका सिद्ध होगा।
गणेश संकटनाशन स्तोत्र का जाप करना लाभदायक होगा।
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वृषभ राशि
वृषभ राशि में, बुध का यह गोचर उनके छठे भाव में होने वाला है; जो कि, वृषभ राशि के जातकों के लिए परिश्रम और योग्यताओं को निखारने का उपयुक्त समय होगा। व्यावसायिक रूप से बुध का तुला राशि में गोचर वृषभ राशि वालों के करियर में सफलता प्राप्त करने हेतु प्रेरित करने वाला होगा। हालांकि, कुछ उद्देश्यों को पूरा करने हेतु अतिरिक्त प्रयास और परिश्रम की आवश्यकता होगी। अपने कार्यस्थल पर सफलता के लिए रचनात्मक और अनुसंधानात्मक क्षमताओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है। अतः इस समय सावधानीपूर्वक कदम उठाएं और अपनी सुरक्षा और प्रतिष्ठा का ध्यान रखें।
ज्योतिष की सलाह में, बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने से नए मार्ग प्राप्त करने में सहायता होगी।
मिथुन राशि
बुध का तुला राशि में गोचर, मिथुन राशि के जातकों के लिए, उनके पांचवें भाव में होगा। जो कि, उनकी, बौद्धिकता, विचार और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करेगा। शिक्षा से जुड़े जातकों के लिए यह समय बहुत महत्वपूर्ण होगा । इसके साथ ही, पंचम भाव में गोचर करते हुए बुध मिथुन राशि के समग्र व्यक्तित्व को प्रभावित करेगा। इस समय उनका पूरा ध्यान अपनी संतान की ओर होगा। नौकरी एवं व्यावसायिक रूप से बुध का गोचर रचनात्मकता को बल प्रदान करने वाला होगा। मिथुन राशि के पंचम भाव में बुध का होना कार्यक्षेत्र में उनकी रचनात्मक क्षमता में वृद्धि करने वाला होगा।
प्रेम सम्बन्ध के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। यानी यह उचित समय है कि, आप अपने लिए एक योग्य और रोमांटिक साथी की तलाश करें, अतः अवसर का लाभ लें और जीवनसाथी की तलाश करें। ज्योतिष की सलाह से, अपने जन्म विवरण के अनुसार घर और कार्य स्थान पर बुद्ध यंत्र स्थापित करने से लाभ होगा।
कर्क राशि
कर्क राशि में, बुध का गोचर उनके चतुर्थ भाव में होने वाला है। जो कि, कर्क जातकों के संपत्ति पक्ष, आराम और विलासिता को प्रभावित करेगा। साथ ही, परिवार में शांतिपूर्ण वातावरण रहेगा आयर परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह है अतः किसी प्रकार की लापरवाही या परिवार में दुर्व्यवहार परेशानी का कारण बन सकता है। साथ ही, जातकों को, कर, पूंजीगत लाभ और कटौतियों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। अतः कोई सतर्क रहें और अपनी वित्तीय योजनाओं को सावधानीपूर्वक संपादित करें।
ज्योतिष की सलाह में, किसी भी किन्नर को हरी चूड़ियों का दान करें।
सिंह राशि
सिंह राशि की बात करें तो, बुध का गोचर एस राशि के तीसरे भाव में होने वाला है। जिससे कि, सिंह राशि के जातकों का जोश और उत्साह बढ़ेगा और वे अपने कार्यों में सफलता पाने के लिए अधिक परिश्रम करेंगे। छोटी यात्राओं के योग है जो कि, कार्य में उपलब्धि प्राप्त करने में सहायक होंगे। परिवार व भाई-बहनों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा; थोड़ी नोक-झोंक के साथ भी रिश्तों में मधुरता बनी रहेगी। यह समय आपके अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए बेहतर समय है। बहुराष्ट्रीय स्तर पर अग्रसर होंगे, इस समय आपका ध्यान बड़ी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने पर होगा, और आपका लक्ष्य सफलता प्राप्त करना होगा। आपके विचार और कार्य समाज के लाभ के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे जो दूसरों के लिए भी एक अच्छा उदाहरण होगा। ज्योतिष की सलाह में, बुध बीज मंत्र का 108 बार जाप करने से लाभ होगा।
कन्या राशि
कन्या राशि में, बुध का गोचर उनके दूसरे भाव में होगा! जो कि, उनके परिवार, धन और वाणी को प्रभावित करेगा। इस कन्या जातकों को अपनी अपनी वाणी का उपयोग उचित रूप से करने की सलाह दी जाती है; क्योंकि क्रोध एवं कटाक्ष भरे शब्द चीजों को बिगड़ सकते हैं। पारिवारिक या घरेलू क्षेत्र में कुछ समस्या देखी जा सकती हैं। अतः किसी भी कार्य को धैर्य के साथ विचार करते हुए आगे बढ़ना जरूरी है। कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ विनम्रता का व्यवहार करें। कन्या जातकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए यह सबसे अधिक उत्तम समय है। अपनी वाणी का उपयोग भी सोच-समझकर करें, जिससे किसी दुसरे को आघात न पहुंचे। ज्योतिष की सलाह में बुधवार के दिन गाय को पालक और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां खिलाएं!
तुला राशि
तुला राशि में, बुध का गोचर उनके प्रथम यानी पहले भाव होने वाला है। जो कि, उनके मानसिक स्तर को प्रभावित करेगा कुंडली में लग्न पर बुध का गोचर होने से तुला जातक खुद को लेकर अधिक विचारशील नजर आएंगे। अगर कुछ कमियां परेशान कर रही हैं तो विश्लेषण करने की जरूरत है! इससे लक्ष्यों को प्राप्त करने और इच्छाओं को पूरा करने में सहायता मिलेगी! किसी वरिष्ठ से सलाह लेने के लिए भी यह अवधि महत्वपूर्ण है, आप में से कई लोग इस समय खुद को और अधिक संवारने और निखारने के लिए नए कोर्स या प्रशिक्षण शुरू कर सकते हैं। यह आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का एक अच्छा अवसर है। ज्योतिष की सलाह में, हरे रंग के वस्त्रों का अधिक उपयोग करने से लाभ होगा।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि में, बुध के गोचर की बात करें तो, यह उनके व्यय के भाव में होने वाला है, जिसके परिणाम स्वरूप खर्चों की अधिकता देखी जा सकती है! साथ ही, जातक को, व्यक्तिगत जीवन और कार्यस्थल पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है जो सफलता प्राप्त करने की दिशा में सहायक होंगी! बहस ओर व्यर्थ के मुद्दों से स्वयं को दूर रखना होगा! प्रेम जीवन अच्छा रहेगा जिससे अधिक उत्साह देखा गया है! जीवन साथी से अधिक चीजों की मांग समस्या जनक हो सकती है! यह समय विदेशी भूमि से जुड़े अवसरों के आवेदन के लिए श्रेष्ठ रहने वाला है। विदेशी विश्वविद्यालय में अध्ययन की बात हो या विदेशी नौकरियों के लिए आवेदन की, यह समय अनुकूल रहेगा;अतः लाभ उठाएं अपनी किस्मत को चमकने का अवसर दे। ज्योतिष की सलाह में, किसी किन्नर को सुहाग व सौन्दर्य-प्रसाधन दान करने से लाभ होगा।
धनु राशि
धनु राशि में, बुध का यह गोचर उनके लाभ के स्थान पर होने वाला है जो, उन्हें लाभ प्राप्ति के अच्छे अवसर प्रदान करेगा।
समाज में, सम्मान प्राप्त होगा और अच्छे अवसर प्राप्त होने से लाभ होगा। कार्यस्थल पर, सकारात्मक रूप से सहकर्मियों और व्यावसायिक भागीदारों का सहयोग जातक को कार्य करने में अग्रसर करते हुए लाभ की स्थिति प्रदान करेगा। हालांकि, राशि परिवर्तन से कुछ समस्याएं देखने को मिल सकती है। जिससे कि, बेहतर और श्रेष्ठ उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बहुत प्रयास और समर्पण की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन, गोचर का प्रभाव धनु राशि के जातकों के लिए आर्थिक उन्नति और सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएगा! अतः इस अवसर का पूरी तरह से लाभ उठाते हुए अपने लक्ष्यों की ओर निरंतर बढ़ते रहें। ज्योतिष की सलाह में, मंदिर जाएं और मूंग दाल का दान करें।
मकर राशि
मकर राशि की बात करें तो, बुध का गोचर उनके लिए सकारात्मक परिणाम देने वाला है! क्योंकि यह गोचर उनके दशम भाव में होगा जो कर्म के प्रति बेहतर अवसरों को देने वाला साबित होगा। साथ ही, कर्म भाव में गोचर, बुध जातक के भाग्य को भी मजबूत करेगा। जिससे जातक को अपने पसंद के करियर में आगे बढ़ने के सुअवसर प्राप्त होंगे। बुध का यह गोचर उनके करियर के विकास के लिए अच्छा समय रह सकता है। जातकों के कुछ नए कनेक्शन बन सकते हैं। कार्यस्थल पर, किसी प्रोजेक्ट को लेकर जातक सहकर्मियों, और वरिष्ठों का अच्छा सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। अपने कार्यों में उत्कृष्टता दिखाकर इस अवसर का पूरा लाभ उठाएं और अपने करियर को नई सफलता पर ले जाने का प्रयत्न करें।
साथ ही, ज्योतिष की सलाह में, हरे रंग का उपयोग अधिक करें।
कुम्भ राशि
बुध का गोचर कुंभ राशि के लिए उनके भाग्य के भाव (नवम भाव) में होगा! जो कि जातकों के लिए अच्छे अवसरों और मान सम्मान का समय लाने वाला होगा! इस समय जातक के उत्साह में वृद्धि होगी! और जातक को भाग्य का साथ मिलेगा जिससे लाभ के अवसर प्राप्त होंगे! संतान पक्ष से सकारात्मक खबर मिल सकती है! इस समय, जातक की रुचि धार्मिक कार्यों में अधिक होगी और किसी आध्यात्मिक यात्रा की योजना भी बना सकते हैं! शिक्षा से जुड़े छात्र अपनी परिक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे! गोचर के प्रभाव से जातक, इस समय आत्मा की गहराइयों को समझने और अपने कर्मों को सकारात्मक दिशा में अग्रसर करेंगे। ज्योतिष की सलाह में, बुधवार का व्रत करने से लाभ मिलेगा।
मीन राशि
ज्योतिष की गणना में, बुध का तुला राशि में गोचर, मीन राशि के लिए कुछ नकारात्मक प्रभाव देने वाला रह सकता है क्योंकि आठवें भाव में होने से यह जातक के लिए आकस्मिक हानि और लाभ का संकेत दे रहा है। इस समय जातक का ध्यान गुप्त विद्या के प्रति हो सकता है! अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, जातक द्वारा प्रयासों में कमी और महत्वाकांक्षाओं में विस्तार देखा जाएगा! साथ ही, प्रेम सम्बन्धों के आगे बढ़ने के आसार है! ज्योतिष की सलाह में, व्यावसायिक भागीदारों और सहकर्मियों के साथ सम्बन्ध मधुर रखे और व्यर्थ की बहस से दूर रहें! साथ ही, अपने प्रयासों में पूरी ऊर्जा और समर्पण के भाव के साथ कार्य करें क्योंकि यह समय इच्छाएं पूरी होने का समय है। इसके साथ ही, बुध के मंत्र जाप और अपने कार्य स्थल पर बुध यंत्र रखने से लाभ होगा।
अवश्य पढ़ें- क्या, कुंडली में है, विदेशी जीवन साथी, जाने मुख्य कारक और ग्रहों की भूमिका!
ज्योतिषीय उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में बुध संचार कौशल और बुद्धि के कारक होते हैं! बुध को मजबूत करने के लिए जातकों को ज्योतिष द्वारा बताए गए कुछ उपाय अवश्य करना चाहिए; जैसे बुध यंत्र का निर्माण और उपयोग से बुध मजबूत होते हैं और अच्छे परिणाम देते हैं। ज्योतिष में, बुध यंत्र का निमार्ण भोजपत्र पर अनार की कलम से विशेष स्याही का उपयोग कर किया जाता है! जिसे जातक के जन्म के विवरण के अनुसार तैयार किया जाता हैं! इसे करने से जातक के जीवन में बुध से संबंधित समस्याएं समाप्त होती हैं।
FAQS\ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-
Q. साल 2024 में तुला राशि में, बुध का गोचर कब होने वाला है?
An. ज्योतिष शास्त्र की गणना के अनुसार, बुध ग्रह के गोचर का समय इस प्रकार है-
दिनांक- 10 अक्टूबर को समय- सुबह 11:19 am होगा! बुध ग्रह का यह तुला राशि में गोचर, रिश्तों में रोमांस और विस्तार लाएगा! जातक के पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में विस्तार होगा और रिश्तें आगे बढ़ते दिखाई देंगे!
Q. क्या, बुध का तुला राशि में गोचर नकारात्मक परिणामों को लाने वाला होगा?
An. नहीं, ज्योतिष के अनुसार बुध का यह गोचर सभी राशियों के लिए नकारात्मक नहीं होगा।
Q. ज्योतिष में, राशियों के अनुसार, बुध का स्थान किस प्रकार बताया गया है?
An. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध का प्रभाव मिथुन और कन्या राशि जो उनकी स्वाभाविक राशियाँ हैं; इनमें सबसे अधिक होता है। इसके साथ ही, बुध के तीन प्रमुख नक्षत्र- आश्लेषा, ज्येष्ठा, और रेवती नक्षत्र हैं। इन नक्षत्रों में बुध का प्रभाव बहुत अधिक शक्तिशाली माना जाता है। मीन राशि में बुध पीड़ित या कमजोर हो जाता है, और कन्या राशि में यह अपने त्रिकोण स्थान पर होता है, जहाँ इसकी ऊर्जा सबसे अधिक शक्तिशाली हो जाती है।
Q. बुध के गोचर का तुला राशि पर क्या प्रभाव होगा?
An. तुला राशि में, बुध का गोचर उनके प्रथम यानी पहले भाव होने वाला है। जो कि, उनके मानसिक स्तर को प्रभावित करेगा कुंडली में लग्न पर बुध का गोचर होने से तुला जातक खुद को लेकर अधिक विचारशील नजर आएंगे। अगर कुछ कमियां परेशान कर रही हैं तो विश्लेषण करने की जरूरत है!