Mahakumbh 2025 | महाकुम्भ 2025, शाही स्नान से होगी कई गुना अधिक पुण्य की प्राप्ति
‘कुम्भ’ का शाब्दिक अर्थ है, “घड़ा, सुराही”। जिसे हम शब्दों से समझे तो, पौराणिक कथाओं में इसे अमृत भी कहा जाता है। मेले का अर्थ है किसी एक स्थान पर मिलना, एक साथ चलना, सभा में या फिर विशेष रूप से सामुदायिक उत्सव में उपस्थित होना। यानी हिन्दू ग्रंथों में महाकुंभ मेले का अर्थ है “अमरत्व का मेला”!