Role and Importance of Gemstones in Relationships and Marriage, रिश्तों और विवाह में रत्नों की भूमिका व महत्व

role of gemstones in relationships

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रत्न का बहुत महत्व होता है या हम यह भी कह सकते हैं कि, रत्नों के माध्यम से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता पाई जा सकती है। लेकिन, यहां बात सिर्फ रत्नों को पहनने की नहीं हो रही है! बल्कि सही रत्न को पहनना और उनके महत्व की है। जिसके लिए सबसे पहले यह जानकारी होना आवश्यक है कि कौन-सा रत्न जातक के लिए अनुकूल और सही है। तो, आइए आज के इस ‘मंगल भवन’ के लेख में हम रत्न से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त विस्तार से जानेंगे- और साथ ही, रत्नों का हमारे रिश्तों में क्या महत्व है और विवाह को किस प्रकार प्रभावित करते हैं यह भी जानकारी प्राप्त करते हैं-

यहां हम आज बात करेंगे रत्न ज्योतिष की दृष्टि से, जीवन में रत्नों का क्या महत्व है? जीवन में कई पढ़ाव ऐसे आते हैं! जहाँ हमे समस्याओं का सामना करना पड़ता है; अब इसका कारण कुंडली में उपस्थित ग्रह और उनकी चाल भी हो सकती हैं! जो हमारे रिश्तों और जीवन को तहस-नहस कर देती है। वैदिक ज्योतिष में ग्रह शांति और रिश्तों की अनुकूलता के लिए कई उपाय बताये गये हैं, इनमें से एक उपाय है ‘रत्नों को धारण करना’। जिससे हम ग्रहों के दुष्प्रभाव और जीवन या रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव से बच सकते हैं। 

इसके साथ ही, यदि विवाह में कोई समस्या आ रही है तो उससे भी छुटकारा पाया जा सकता है। जिस प्रकार, हर राशि का अलग-अलग अपना स्वभाव होता है, ठीक उसी प्रकार ज्योतिष में हर रत्न का भी अलग-अलग महत्व और राशियों के अनुसार प्रभाव भी अलग होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्न ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनसे होने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम करते हैं।

role of gemstones in marriage

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सुंदरता और रहस्यमय के गुणों से परिपूर्ण पूजनीय रत्नों का प्रभाव रिश्तों में सद्भाव और जुड़ाव लाने में सहायता करता है। इसके साथ ही, जीवन में रिश्तों के प्रति जुनून और शक्ति के लिए ‘रूबी’ जैसे ही कुछ रत्नों में भावनात्मक बंधनों को प्रभावित करने वाली अद्वितीय और सकारात्मक ऊर्जा होती है। वहीं, ‘पन्ना’  रत्न रिश्तों में संचार कौशल और वफादारी का विकास करता है, उसी प्रकार हम ‘हीरा’ रत्न को शाश्वत प्रेम के प्रतीक के लिए धारण कर सकते है। आइए, आगे लेख में हम विवाह में रत्नों के प्रभाव और महत्व के बारें में पढ़ते हैं- 

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जीवन का अहम हिस्सा होता है ‘विवाह’ और विवाह के रिश्ते में आपसी प्यार और समझ। जैसे- यदि हम इसे एक उदाहरण के रूप में समझे तो, कोई विवाहित जोड़ा अपनी वर्षगांठ मना रहा है और वे आज भी एक-दूसरे के साथ उतनी ही आपसी समझ और प्यार से रहते हैं; जैसे वे विवाह के पहले दिन थे! तो, आप सब यही सोच रहें हैं न की, उनके इस खुशहाल वैवाहिक जीवन का रहस्य क्या है? क्या, वे एक-दूसरे के लिए सही partner  है या उनके बीच प्रतिबद्धता और कौशल संचार है? 

संभवतः कुछ रिश्ते बिना किसी समस्याओं के चल भी सकते हैं, लेकिन हर रिश्ते में, कभी-कभी जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक सही मार्गदर्शन और सलाह की आवश्यकता होती है। तो आज उसी मार्गदर्शन में बात करेंगे यहां, ज्योतिष में रत्न आपके विवाह और रिश्तों के लिए कैसे काम करते हैं, और उनकी क्या भूमिका होती है आपके partner के साथ बन्द्ज्हन को सुरक्षित रूप से सुचारू करने के लिए। हम सभी जानते हैं रत्नों का प्रयोग प्राचीन काल से ही चलता आ रहा है ! और न केवल यह सुंदरता बढ़ाने के लिए उपयोग होते हैं; बल्कि रिश्तों में प्रेम, सद्भाव और सन्तुलं बनाने के लिए भी प्रभावी होते है। 

ज्योतिष के द्वारा बताए गए हर एक रत्न कुछ अनोखी ऊर्जाओं से युक्त होते है! जो रिश्ते के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। इसके साथ ही, यह भी एक सत्यता है कि, विवाह में रत्न केवल जातक को समर्थन और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करते हैं! लेकिन एक मजबूत और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए जोड़े के बीच आपसी प्रेम, सम्मान और रिश्ता निभाने का श्रेष्ठ प्रयास भी बहुत महत्वपूर्ण है। तो, आइए जानते हैं, रिश्तों और विवाह में कौन से रत्न की क्या भूमिका रहती है-

  • uncheckedमाणिक रत्न\Ruby Gemstone 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ‘माणिक रत्न को सूर्य का रत्न माना  जाता है! इस चमकीले लाल रत्न की यह विशेषता है कि, यह जोड़े के बीच गहरे प्यार और जुनून को बनाए रखने का काम करता है। ऐसा मन जाता है कि, ‘ माणिक’ रत्न को धारण करने से जोड़े करीब आते हैं और उनके बीच पहले दिन वाले प्यार का अनुभव करने में उन्हें सहायता मिलती है! साथ ही, यह रिश्तों में खुलेपन और ईमानदारी को भी प्रोत्साहित करता है जो कि, एक मजबूत, भावनात्मक और संतुलित संबंध की नींव होती है।

  • पन्ना /Emerald gemstone

 सुख-शांति का प्रतीक हरे रंग का यह ‘पन्ना’ रत्न, रिश्तों में एक सुखदायक अनुभव, विकासशील और सद्भाव का प्रतिनिधित्व करने वाला माना जाता है। यदि, कोई जातक ज्योतिष की सलाह के साथ ‘पन्ना’ रत्न को धारण करते हैं तो, ऐसे जातक अपने रिश्तों में, बेहतर संचार और परस्पर सहानुभूति की गहरी भावना का अनुभव करेंगे। साथ ही, यह रत्न शांत और समझदार माहौल का संचार कर रिश्तों को आगे बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।

  • नीलम/Blue Sapphire

ज्योतिष में, नीलम रत्न को शनि का रत्न भी कहते हैं! इस  सुन्दर ‘नीलम रत्न’ को सुरक्षा और ईमानदारी से संबंधित बताया गया है। मान्यता है कि, यह रिश्तों में आने वाली बाहरी नकारात्मकता और गलतफहमियों से रिश्ते की सुरक्षा करता है। साथ ही, रिश्तों में ईमानदारी और विश्वास बढ़ाता है और विवाह के लिए जीवन में एक स्थिर और सुरक्षात्मक आधार को तैयार करने में सहायता करता है इस रत्न को धारण करने का प्रभाव आपको अपने रिश्तों में साफ दिखाई देगा। 

  • गुलाबी स्फ़टिक/Pink crystal gemstone

ज्योतिष में इस रत्न ‘गुलाब क्वार्ट्ज’ को प्रेम के पत्थर की संज्ञा दी जाती है। जो कि रिश्तों में सद्भाव, दया और क्षमा को प्रोत्साहित करता है साथ ही, रिश्तों में आ रहें तनाव को भी कम करता है! जिससे की वैवाहिक जीवन में संलग्न जोड़ों के लिए एक-दूसरे के प्रति प्यार और करुणा के भाव को व्यक्त करना आसान हो जाता है। साथ ही, प्रभावशाली पत्थर की कोमल और अद्वितीय ऊर्जा भावनाओं को शांत करने में सहायक होती है। एस रत्न को धारण करने से रिश्तों में स्थिरता आती है।

  • हीरा/Diamond  

ज्योतिष में, diamond यानी हीरे को धन-संपत्ति का प्रतीक मन जाता है! लेकिन यह सिर्फ धन-संपत्ति के लिए नहीं बल्कि एक अटूट बंधन और शाश्वत प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है। यदि कोई जातक हीरा रत्न धारण करता है तो, उसे अपने भागीदार के प्रति प्रतिबद्धता और जिम्मेदारियों का ज्ञान रहता है। इसके साथ ही, ‘हीरा रत्न’  रिश्तों में विश्वास और समझ पर आधारित एक स्थायी और मजबूत रिश्ते को प्रोत्साहन प्रदान करता है।

  • बिल्लौर/Blue gems

ज्योतिष में, इस प्रभावशाली यह ‘blue gems’ यानि बैंगनी रत्न को रिश्तों में शांति और संतुलन के लिए जाना जाता है। इस रत्न को धारण करने से यह मन और भावनाओं को शांत करता है और तनाव या असहमति की स्थिति में सहायता करता है। साथ ही, इसे धारण करने से, एमेथिस्ट जोड़ों को स्पष्ट, अधिक दयालु दृष्टिकोण के साथ समस्याओं से बाहर आने में सहायता मिलती है।

  • चंद्र मणि/Moonstone 

ज्योतिष में, Moonstone \ चन्द्रमणि रत्न अपनी खूबसूरत चमक और अद्वितीय गुणों के लिए जाना जाता है। यह चंद्र और अंतर्ज्ञान से सम्बन्धित होता है। यह विवाह में दो भागीदारों को एक-दूसरे की भावनाओं और आवश्यकताओं को समझने में मदद करता है। इसके अलावा, विवाहित जोड़ों के लिए यह रत्न उनके रिश्तों में भावनात्मक जुड़ाव और समझ को भी मजबूत करने का कार्य करता है, जिससे भागीदारों के बीच एक गहरा और भावनात्मक संबंध बनाता है।

  • लैपिस लैज़्यूली/Lapis lazuli

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह नीले रंग का रत्न रिश्तों में ईमानदारी और आत्म-अभिव्यक्ति को बढ़ाता है। वैवाहिक जीवन में यह भागीदारों के बीच खुले संचार और ईमानदारी के गुण को विकसित करता है, जिससे भागीदारों को अपने विचारों और भावनाओं को अधिक स्वतंत्र रूप से साझा करने में सहायता मिलती है। और रिश्तों में भागीदार को यह विश्वास हो जाए कि उनका partner उनकी भावनाओं और आवश्यकताओं के प्रति जागरूक है, तो आपका रिश्ता और भी मजबूत हो जाता है।

  • मोती/Pearl

ज्योतिष में, अपनी कोमल चमक के कारण, मोती को पवित्रता और एकता के प्रतीक के रूप में महत्व दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मोती रत्न को धारण करने वाले जातक, वफादारी को अधिक महत्व देते हैं और यह रिश्तों में शांति प्रदान बनाए रखने के लिए काम आता है। इसके अलावा, मोती जीवन के उतार-चढ़ाव का सामना करते के लिए दो भागीदारों को साथ रहने की शक्ति और प्रोत्साहन भी देता है।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, ज्योतिष की दृष्टि से देखने पर विवाह के लिए और रिश्तों में अनुकूलता लाने के लिए इन गुणों वाले रत्नों को अधिक महत्वपूर्ण मन जाता है! जिससे की रिश्तों में दो भागीदारों के बीच समझदारी से निर्णय लेने की क्षमता आती है! अब इन रत्नों को, आप चाहे आभूषण के रूप में धारण करें या घर में रखें, लेकिन रिश्ते को मजबूत करने वाले यह अद्भुत रत्न सजावटी वस्तु से कहीं अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं; साथ ही, यह रिश्तों में प्यार, प्रतिबद्धता और एक साथ बढ़ने की इच्छा को प्रोत्साहन देते हैं। यदि, आप भी इनमें से कोई रत्न धारण करने के विचार में है तो, आप हमारे ‘मंगल भवन’ ज्योतिषाचार्यों से परामर्श कर सकते हैं।  इसके अलावा, रत्न ज्योतिष और रत्न अनुशंसा की गहरी समझ भी यह सुनिश्चित करती है कि जातकों को, अपने रिश्ते की अनूठी जरूरतों और समस्याओं से निकलने के लिए सही मार्गदर्शन प्राप्त हो। 

Q. क्या, रत्नों का प्रभाव वैवाहिक जीवन पर होता है?

An. हां, ज्योतिष के द्वारा बताए गए हर एक रत्न कुछ अनोखी ऊर्जाओं से युक्त होते है! जो रिश्ते के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। इसके साथ ही, यह भी एक सत्यता है कि, विवाह में रत्न केवल जातक को समर्थन और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करते हैं! 

Q. क्या, रिश्तों में अनुकूलता के लिए रत्न धारण करना लाभकारी होता है? 

An. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सुंदरता और रहस्यमय के गुणों से परिपूर्ण पूजनीय रत्नों का प्रभाव रिश्तों में सद्भाव और जुड़ाव लाने में सहायता करता है।

Q. नीलम रत्न का क्या काम होता है?

An. नीलम रत्न को शनि का रत्न भी कहते हैं! इस  सुन्दर ‘नीलम रत्न’ को सुरक्षा और ईमानदारी से संबंधित बताया गया है। मान्यता है कि, यह रिश्तों में आने वाली बाहरी नकारात्मकता और गलतफहमियों से रिश्ते की सुरक्षा करता है। 

Q. हीरा धारण करने के क्या लाभ हैं?

An. ज्योतिष में, diamond यानी हीरे को धन-संपत्ति का प्रतीक मन जाता है! लेकिन यह सिर्फ धन-संपत्ति के लिए नहीं बल्कि एक अटूट बंधन और शाश्वत प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है। यदि कोई जातक हीरा रत्न धारण करता है तो, उसे अपने भागीदार के प्रति प्रतिबद्धता और जिम्मेदारियों का ज्ञान रहता है।

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